मुंबई : समाचार ऑनलाइन- शिवसेना के सांसद संजय राउत ने सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन कल मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में संजय राउत की अनुपस्थिति ने राजनीतिक हलकों में कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे दिया. कल कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट जाहिर होने के बाद यह चर्चा जोरों पर थी कि, आदित्य ठाकरे को मंत्री पद देने के लिए संजय राउत के भाई सुनील राउत का नाम मंत्रियों की सूची से हटा दिया गया था. इसलिए संजय राउत नाराज हैं. लेकिन जब इस पर संजय राउत से प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि, “ऐसा कुछ भी नहीं है.” यह स्पष्ट हो जाने के बाद जब उनसे शपथ ग्रहण में शामिल न होने की वजह पूछी गई तो उन्होंने जवाब दिया कि, “हम वे लोग नहीं हैं जो पार्टी से कुछ भी मांगते हैं, बल्कि हम वें लोग हैं जो पार्टी को योगदान देते हैं.”
संजय राउत ने बताई ‘यह’ वजह…
मैं सुबह से ऑफिस में काम कर रहा हूं. मुझे बताएं कि क्या मैं कभी इस तरह के आयोजनों में गया हूं. मैं कभी सरकारी कार्यक्रम, मंत्रालय कार्यक्रम, मुख्यमंत्री कार्यक्रम, पीएम कार्यक्रम, विस्तार कार्यक्रम आदि में नहीं जाता. मैं अपने पूरे जीवन में कभी भी इस तरह के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुआ. 1 महीने पहले उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, मैं वहां मौजूद था, जो कि एक अपवाद है. वह भी इसलिए की शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने, इसलिए बीमार होने के बावजूद भी मैं वहां रुका रहा. इससे पहले या बाद में मैंने कभी सरकारी कार्यक्रम में भाग नहीं लिया. आगे शिवसेना सांसद संजय राउत ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि, “मुझे बुलाया गया, लेकिन यह सब मेरे बस की बात नहीं है.”
Don't have many options, Sena leaders should be patient: Sanjay Raut https://t.co/S3iqHfVYqF
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 31, 2019
इस तरह उन्होंने कल के शपथ ग्रहण समारोह में गैरहाजिर होने का कारण बताते हुए, सभी अटकलों पर विराम लगा दिया.
राउत ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए इस बात का खुलासा किया है. साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि “हम नाराज नहीं हैं. शिवसेना में थे और शिवसेना में ही बने रहेंगे. हमने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, उनके सामने मंत्रिपद कुछ भी नही है.”