बाढ़, पानी और लैंड स्लॉइड ;  पश्चिम रेलवे को 10 करोड़ रुपए का नुकसान 

मुंबई : समाचार ऑनलाईन – पश्चिम रेलवे के विभिन्न खंडों में लगातार भारी बारिश यात्रियों एवं रेलवे ट्रैक के लिए काफी नुकसानदायक साबित हुई। किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा यातायात को रोकने जैसे कदम उठाए गए। पश्चिम रेलवे ने इस मानसून सत्र में अपनी उपनगरीय रेल लाइन, वडोदरा स्टेशन और सूरत-वडोदरा खंड के आसपास के क्षेत्र में भारी जलभराव जैसी गंभीर स्थिति बन गई थी।

31 जुलाई से 6 अगस्त तक कुल 365 ट्रेनें रद्द 
जिसके चलते  31 जुलाई से 6 अगस्त तक कुल 365 ट्रेनों को रद्द और शॉट टर्मिनेट किया गया। जिसकी वजह से 2,83,555 यात्रियों से होने वाली 10।12 करोड़ रु। की आमदनी का नुकसान हुआ।
पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी रवींद्र भाकर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बाजवा, वडोदरा तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में पानी जमा हो जाने के कारण 1 अगस्त से 3 अगस्त तक कुल 76 ट्रेनें रद्द रहीं। 4 अगस्त, 2019 को मुंबई उपनगरीय लाइन के वसई रोड-नालासोपारा-विरार खंड पर रात भर हुई लगातार बारिश के कारण आसपास के क्षेत्रों में जल का स्तर अनुमान से अधिक बढ़ा, जिसकी वजह से वसई रोड एवं विरार के बीच फास्ट लाइन पर ट्रेन यातायात को रोकना पड़ा। हालांकि स्लो लाइन पर किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए ट्रेनों को प्रतिबंधित गति से चलाया गया।

लम्बी दूरी की कुल 12 ट्रेनें प्रभावित रहीं
इसकी वजह से इस लाइन पर लम्बी दूरी की कुल 12 ट्रेनें प्रभावित रहीं। 4 अगस्त को गोथनगाम, सायन तथा कोसम्बा में भारी जलभराव की वजह से कुल 156 ट्रेनें प्रभावित रहीं।