बाढ़ के पानी ने मचाया कोहराम, 7 पुलों को किया गया बंद

पुणे : समाचार ऑनलाईन – मुला और मुठा नदी में आई बाढ़ से शहर के दोनों परिसर जलमग्न हो गए हैं. रविवार से नदी किनारे से 5 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. बाढ़ के पानी में फंसे 637 नागरिकों को फायर ब्रिगेड दल के जवानों ने सुरक्षित बचाया. बाढ़ग्रस्त नागरिकों को मनपा स्कूलों में तत्काल निवास की सुविधा दी गई है. स्वयंसेवी संस्था और स्थानीय नगरसेवकों के जरिये उनके नाश्ते और भोजन की व्यवस्था की गई है. यहां पर स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गई है. मौसम विभाग ने अभी और कुछ दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है. महापौर मुक्ता तिलक ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है.

डैम के कैचमेंट क्षेत्रों में भरपूर बारिश हुई है
मुक्ता तिलक ने कहा, पिछले 10 दिनों से जोरदार बारिश हो रही है. डैम के कैचमेंट क्षेत्रों में भरपूर बारिश हुई है. खड़कवासला डैम से 27 जुलाई से मुठा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है. पिछले दो दिनों से खड़वासला सहित टेमघर, पानशेत, वरसगांव डैम भर जाने से खड़कवासला डैम से 45 हजार क्यूसेक पानी मुठा नदी में छोड़ा जा रहा है. जबकि मुलशी और पवना भी भर जाने से इन दोनों से भी पानी छोड़ा जा  रहा है. इसकी वजह से नदी किनारे के पिंपरी-चिंचवड़ मनपा की सीमा की कॉलोनी और पुणे मनपा की सीमा की कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुस गया है. मुला और मुठा नदी में आई बाढ़ के कारण शहर के सात पुलों को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है. इनमें बाबा भिड़े, तिलक पुल, औंध का राजीव गांधी पुल शामिल हैं.

15 स्कूलों और समाज मंदिरों में लोगों के लिए व्यवस्था
शहर के विश्रांतवाड़ी के शांतिनगर, येरवड़ा, ताड़ीवाला रोड झोपड़पट्टी, मंगलवार पेठ, कामगार  पुतला झोपड़पट्टी, पाटिल इस्टेट, सिंहगढ़ रोड, शिवणे, बाणेर, बालेवाड़ी के नदी किनारे की कॉलोनियों पर बाढ़ का सबसे ज्यादा असर हुआ है. 15 स्कूलों और समाज मंदिरों में लोगों बाढ़ के पानी से बचाए गए लोगों के लिए रहने की व्यवस्था की गई है. इन स्कूलों में फिलहाल छुट्टी दे दिया गया है.