महिला प्रोफेसर को जिंदा जलाने की कोशिश पर भड़की आग, सर्वदलीय नेताओं द्वारा हिंगणघाट बंद की अपील, आरोपी को मौत की सजा देने की मांग

वर्धा, 5 फरवरी – यहां महिला प्रोफेसर को जिंदा जलाने का प्रयास करने वाले को मौत की सजा दिए जाने की मांग की जा रही है. इस मांग को लेकर सर्वदलीय नेताओं द्वारा ङ्गहिंगणघाट बंदफ की अपील की है. हिंगणघाट में युवती पर पेट्रोल छिड़क कर जलाने के प्रयास की घटना से राज्यभर में आक्रोश की लहर पैदा हो गई है. इस घटना के विरोध में मंगलवार की सुबह 11 बजे शहर में मोर्चा निकाला गया. मोर्चे में स्टूडेंट्स एवं पीड़ित प्रोफेसर के कॉलेज की छात्राएं भी शामिल हुईं.

3 फरवरी की सुबह करीब साढ़े सात बजे महिला प्रोफेसर पर पेट्रोल छिड़क कर उसे जिंदा जला देने का प्रयास किया गया. इस घटना में 20 से 30% तक झुलस गई पीड़िता का नागपुर में उपचार जारी है. इस घटना से परिसर में खलबली मच गई थी. आरोपी विक्की नगराले को उसी दिन वर्धा जिले के टाकलघाट से गिरफ्तार किया गया. यह कार्रवाई बुट्टीबोरी पुलिस ने की. पीड़िता प्रोफेसर के सहयोगियों एवं स्टूडेंट्स ने उप विभागीय पुलिस अधिकारी कार्यालय में मोर्चा निकाल कर कार्रवाई की मांग की थी. मोर्चे में शामिल लोगों ने आरोपी को उनके हवाले करने की मांग भी की थी.

पुलिस सुपरिंटेंडेंट बसवराज तेली के दस दिनों में चार्जशीट पेश कर यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के आश्वासन पर मोर्चा समाप्त किया गया. गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भी हिंगणघाट में घटी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया था.

घटनाक्रम पर एक नजर
आरोपी विक्की नगराले रोज सुबह ड्यूटी पर जाने के दौरान 30 वर्षीया महिला प्रोफेसर का पीछा करता था. 3 फरवरी को भी उसने प्रोफेसर का पीछा किया व हिंगणघाट शहर में एक चौराहे पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. आरोपी भी पीड़िता के गांव दारोडा का निवासी है.