‘नफरत की विचारधारा के खिलाफ चलती रहेगी लड़ाई’

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – यूनाइटेड अगेंस्ट हेट की स्ट्रीट मीटिंग दिल्ली के ओखला स्थित शाहीन बाग में हुई। इस मौके पर प्रो. रतनलाल ने कहा कि ‘लोकतंत्र में शासकों के खिलाफ सवाल उठाना प्रत्येक

 नागरिक की जिम्मेदारी है। जातिवादी साम्प्रदायिक तत्वों, हिन्दुत्ववादी ताकतों ने यहाँ तक पहुँचने के लिए कई दशकों तक अच्छी तैयारी की, लेकिन उनके मुकाबले के लिए हमने पर्याप्त तैयारी नहीं की। आज, हमें अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से आवाज देनी चाहिए। अंबेडकर द्वारा तैयार संविधान हमें अपनी आवाज उठाने और निडर होकर ऐसा करने का अधिकार देता है।” उन्होंने आगे कहा कि शासक हमें बेवकूफ बना रहे हैं। हमें शासकों से सवाल करना चाहिए और उन्हें बेनकाब करना चाहिए। लोहिया का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘सड़कों पर दिन का सन्नाटा छा जाता है, संसद ‘आवारा’ (आवारा) हो जाएगी। यह भाजपा और आरएसएस के खिलाफ नफरत-भड़काने, झूठ और भय की राजनीति के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए यूनाइटेड अगेंस्ट हेट का संकल्प है’।

वहीं, स्वामी अग्निवेश ने कहा, ‘मैं जाति में विश्वास नहीं करता, मैं पदानुक्रम में, पुरुषों और महिलाओं के बीच और हिंदुओं या मुसलमानों के बीच विश्वास नहीं करता। कुछ लोग कहते हैं गर्व से कहो हम हिंदू हैं’। मैं कहता हूं कि फक्र से कहो हम इन्सान हैं। क्योंकि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है’।

बैठक में मौजूद आरफा खानम शेरवानी ने अपने भाषण में मुसलमानों, दलितों और आदिवासियों को गठबंधन बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दलितों, किसानों या आदिवासियों पर हमले के समय मुसलमानों को बोलना चाहिए। हमें एकता कायम करनी चाहिए। वहीं, स्वराज अभियान के अनुपम ने चेतावनी दी कि भले ही मोदी किसी भी तरह हार जाएं, हमारा काम खत्म नही हो गया है। क्योंकि हमारी लड़ाई सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। हमारी लड़ाई नफरत के एक विचार के खिलाफ है। जब तक हम नफरत की उस विचारधारा को हरा नहीं सकते, तब तक हमारा काम अधूरा रहेगा’। उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारे गंगा-जमुनी तहज़ीब के साथ छेड़छाड़ की गई है। आज भी हमारे संस्थानों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। हमें इन सभी प्रयासों को विफल करने के लिए लड़ना चाहिए’।  ओवैस सुल्तान खान ने ‘अच्छे मुस्लिम; और ‘बुरे मुस्लिम’ के झूठे द्वैतवाद के खिलाफ चेतावनी दी, जिसे विभिन्न तरीकों से अपनाया जा रहा है। उन्होंने संविधान के अनुसार इस तरह के बायनेरिज़ को साफ करने और इस देश में सभी को समान नागरिकता का अधिकार देने की आवश्यकता पर बल दिया और नफ़रत की ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया।

उमर खालिद ने एक प्रतिज्ञा के साथ बैठक का समापन किया, जिसमें पूरे दर्शकों ने मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के शब्दों में इस देश के निर्माण में समान हितधारक होने का वादा किया। इस स्ट्रीट मीटिंग में यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ने आगरा में 15 साल की दलित लड़की संजली की निर्मम हत्या की भी निंदा की, जिसे जिंदा जला दिया गया था। बैठक में हिंदूत्ववादी ताकतों की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ सच्चाई, न्याय, समानता और बंधुत्व को बनाए रखने की आवश्यकता को बढ़ा दिया गया।