आईसीयू बेड के लिए 1 लाख लेने के मामले में महिला डॉक्टर गिरफ्तार

अब तक चार डॉक्टरों की गिरफ्तारी से मची खलबली
पिंपरी। कोरोना संक्रमित मरीज को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए एक लाख रुपए ऐंठने के मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। पिंपरी पुलिस ने तीनों डॉक्टरों के बाद अब एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। डॉ ज्योत्स्ना दांडगे ऐसा गिरफ्तार डॉक्टर का नाम है। पिंपरी चिंचवड़ मनपा और सरकारी कोविड सेंटर में मरीजों का इलाज पूरी तरह से मुफ्त में किया जाता है। इसके बावजूद एक मरीज के परिजनों से आईसीयू बेड के लिए एक लाख रुपए लिए जाने का मामला सामने आया है।
इससे पहले गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों में फॉर्च्यून स्पर्श हेल्थ केयर के डॉ प्रवीण शांतवन जाधव, चिंचवड़ वाल्हेकरवाडी के पद्मजा हॉस्पिटल के डॉ. शशांक भरत राले और डॉ. सचिन श्रीरंग कसबे का समावेश है। उनके खिलाफ पिंपरी चिंचवड मनपा के अतिरिक्त आयुक्त उल्हास जगताप (55, निवासी लिंक रोड चिंचवड, पुणे) ने पिंपरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि जिस कोरोना ग्रस्त मृतक महिला के परिजनों से पैसे लिए गए उस महिला के हाथ से सोने की दो अंगूठी भी गायब है। बहरहाल छानबीन में इस पूरे मामले में डॉ ज्योत्स्ना की सहभागिता सामने आने के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
चिंचवड के ऑटो क्लस्टर में मनपा की ओर से जंबो कोविड हॉस्पिटल शुरू किया गया है जिसका संचालन फॉच्र्युन स्पर्श हेल्थ केयर को सौंपा गया है। यहां मरीजों का सारा इलाज मुफ्त किया जाता है और संस्था को मनपा की ओर से सारा भुगतान किया जाता है। इसके बावजूद यहां आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए एक मरीज के परिजनों से एक लाख रुपए लिए गए। मनपा स्कूल की मुख्याध्यापिका सुरेखा अशोक वाबले (निवासी चिखली, पुणे) के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उनका वाल्हेकरवाड़ी के पद्मजा नामक अस्पताल में इलाज जारी था। तबियत बिगड़ने से उन्हें आईसीयू बेड की आवश्यकता बताई गई। वहां के डॉक्टरों ने उसके परिजनों से एक लाख रुपए लेकर ऑटो क्लस्टर के जंबो कोविड सेंटर में आईसीयू बेड उपलब्ध कराया।

बाद में मुख्याध्यापिका की इलाज के दौरान मौत हो गई। भाजपा नगरसेवक कुंदन गायकवाड़ और विकास डोलस ने इस मामले को उजागर किया। मनपा की सर्वसाधारण सभा में सर्वदलीय नगरसेवकों ने इस मुद्दे पर प्रशासन को आड़े हाथों लिया। इस पर महापौर ऊषा ढोरे ने इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए। इसके अनुसार मनपा के अतिरिक्त आयुक्त उल्हास जगताप ने पिंपरी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने पहले तीन और अब एक कुल चार डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है।