पुणे के निवेशकों को करोड़ों की चपत लगाने वाले पिता-पुत्र पाकिस्तान बॉर्डर से गिरफ्तार

संवाददाता, पुणे। अवैध निवेश और भिसी के नाम पर पुणे के 500 से ज्यादा निवेशकों को करोड़ों रुपये की चपत लगानेवाले आरोपियों को गुजरात पुलिस ने कच्छ में पाकिस्तान बॉर्डर से गिरफ्तार किए जाने की जानकारी सामने आयी है। इन ठगों ने पुणे के उरुली कांचन, लोणी कालभोर, हडपसर समेत आसपास के इलाकों के 500 से ज्यादा लोगों को ठगा है। उनके नाम भरतकुमार चरणराज जोशी और उसके पुत्र हिरेन कुमार व दीपक कुमार है। पुणे पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
जोशी पिता- पुत्रों ने एक साल से तीन साल की मियाद के लिए एक लाख से 25 लाख रुपए तक की भिसी के नाम पर कई लोगों के पैसे हड़पे हैं। इन निवेशकों में कई व्यापारी, कारोबारी और बड़े आसामी शामिल हैं। जब भिसी का आंकड़ा सैकड़ों करोड़ तक पहुंच गया तब ये पिता-पुत्र पूरे परिवार के साथ यहां से रफूचक्कर हो गए। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन से पहले भिसी उठानेवालों ने लॉकडाउन के शुरू होते ही किश्त भरने में टालमटोल शुरू कर दी तब जोशी का ठगी का कारोबार ठप्प होने लगा। पिछले साल अगस्त में उसकी पत्नी कोरोना संक्रमित होने से उसे उरुली कांचन के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके बाद रातोंरात वह पूरे परिवार के साथ यहां से भाग निकला।
जोशी के परिवार समेत भाग निकलने से निवेशकों की आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा। हालांकि उनमें से केवल पांच लोगों ने ही गत साल सितंबर माह में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। लॉकडाउन के अलावा जोशी पिता- पुत्रों के कारोबार को ग्रहण लगने के पीछे एक और बड़ी वजह बताई जा रही है। वह यह कि आर्थिक घोटाले के चलते बन्द पड़े पुणे जिले के एक सहकारी बैंक के निदेशक ने जोशी के नाम पर करोड़ों का कर्ज निकाला और उसे अंगूठा दिखा दिया। यानी जिसने सैकड़ों लोगों को ठगा उसे किसी महाठग ने ठग लिया। बहरहाल ठग जोशी पिता पुत्रों को अब गुजरात पुलिस ने पाकिस्तान की बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है। पुणे पुलिस ने भी उस पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।