1 दिसंबर से ‘टोल’ नाके पर रुकने की जरूरत नहीं, ‘इस’ दिन तक ‘फ्री’ में मिलेगा ‘Fastag’ ; नितिन गडकरी ने दी जानकारी

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – 1 दिसंबर 2019 से सभी राजमार्गों के टोल नाकों की लाइनें फास्टैग (FASTag) से जुड़ जाएंगी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि 1 दिसंबर से टोल नाके पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। फिलहाल फास्टैग मुफ्त में लगाया जा रहा है।

उन्होंने आगे इसकी जानकारी देते हुए कहा कि, फास्टैग की सिक्योरिटी की कीमत 150 रुपये है, लेकिन 1 दिसंबर तक इसे मुफ्त लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार 150 रुपये सिक्योरिटी के पैसे दे रही है। देश में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल 527 टोल नाके हैं, जिनमें से 380 टोल नाकों पर फास्टैग सुविधा शुरू हो चुकी है। जल्द ही शेष टोल नाकों को भी फास्टैग सुविधा से लैस किया जाएगा।

क्या है फास्टैग

FASTag फास्टैग वाहनों के लिए एक प्रीपेड टैग सुविधा है, जो आपको टोल नाक पर रुके बिना कार चलाने की अनुमति देती है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन का उपयोग होता है।

आपके फास्टैग के सक्रिय होने के बाद, आप इसे अपनी कार के कांच पर लगा सकते हैं। उसके बाद, टोल नाके पर पहुंचने पर ऑटोमैटिक ही नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पेमेंट वॉलेट से लिंक किए किए गए आपके बैंक अकाउंट से टोल का पैसा कट जाएगा.

1 दिसंबर के बाद फास्टैग फ्री नहीं है

गडकरी ने कहा कि 1 दिसंबर के बाद फास्टैग के लिए भुगतान करना होगा। उनके मुताबिक कुल 537 में से 17 टोल नाकों को छोड़कर सभी टोल नाकों पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। 17 टोल नाके अभी नए हैं, इसलिए यहां यह सुविधा शुरू होने में वक्त लग सकता है।

आप इस नंबर पर फास्टैग की जानकारी पा सकते हैं

गडकरी ने कहा कि आप फास्टैग के बारे में जानकारी टोल फ्री नंबर 1033 से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फास्टैग को दिल्ली एनसीआर के 50 पेट्रोल पंपों पर भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि फास्टैग को जीएसटी से जोड़ने की योजना है।

आम लोगों को होगा फायदा

गडकरी ने कहा कि 100% फास्टैग के लागू हो जाने से अरबों रुपये बचेंगे और प्रदूषण कम होगा। साथ ही समय की भी बचत होगी। सबसे बड़ी बात टोल कनेक्शन में पारदर्शिता होगी। उन्होंने NHAI टोल कलेक्शन दो साल में 30,000 करोड़ रुपये तक जाने की उम्मीद जताई है।

ऐसे प्राप्त करें फास्टैग

आप फ़ास्टटैग नई गाड़ी खरीदते वक्त ही डीलर से प्राप्त कर सकते हैं. जबकि पुराने वाहनों के लिए इसे नेशनल हाईवे के प्वाइंट ऑफ सेल से खरीदा जा सकता है.