किसानों का कारवां मुंबई पहुंचते-पहुंचते ऐसे हुआ विशाल, अब आजाद मैदान पर यलगार  

मुंबई. ऑनलाइन टीम : किसान आंदोलन की आग पंजाब हरियाणा, दिल्ली से होते हुए महाराष्ट्र तक पहुंच चुकी है। सोमवार को कृषि कानून के विरोध में महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों के किसान मुंबई के आज़ाद मैदान पर आकर एकत्रित हो गए हैं। राज्य के अलग-अलग इलाकों से पैदल मार्च कर किसान मुंबई पहुंचे हैं।  रैली का आयोजन अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा किया गया है। संगठन ने जारी एक बयान में यह जानकारी दी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक ज्ञापन भी सौंपेगा।

इसके पहले महाराष्ट्र के 21 जिलों के हजारों किसान शनिवार को नासिक जिले में इकट्ठे हुए और 180 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए मुंबई के लिए रवाना हो गए। इन किसानों का जन सैलाब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बयान के मुताबिक मुंबई के लिए कूच करने वाले किसानों ने रात्रि विश्राम के लिए इगतपुरी के पास घाटनदेवी में पड़ाव डाला था।  रविवार सुबह किसान कसारा घाट के रास्ते मुंबई के लिए रवाना हुए। कसारा घट तक निकाले गए सात किलोमीटर लंबे मार्च में कई महिला किसान भी शामिल हुईं।

भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) से जुड़े इगतपुरी और शाहपुर तहसील के फैक्टरी कामगारों ने इन किसानों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। कल्याण-भिवंडी क्रासिंग पर भी किसानों का स्वागत किया गया और खाने के पैकेट वितरित किए गए। किसान मुलुंद जांच चौकी के रास्ते मुंबई में दाखिल हुए। यह ठाणे की ओर से मुंबई में प्रवेश करने का रास्ता है। विक्रोली के कन्नमवार नगर में वाम दलों से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद किसान आजाद मैदान की ओर बढ़ गए जहां पर वे संयुक्त शेतकार कामगार मोर्चा (एसएसकेएम) के बैनर तले आयोजित धरना प्रदर्शन् में शामिल होंगे जो गणतंत्र दिवस तक जारी रहेगा।

जानकारी के अनुसार, रैली को पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और राकांपा प्रमुख शरद पवार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे संबोधित करेंगे। इस दौरान किसानों एक प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को ज्ञापन भी सौंपेगा। ये किसान दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं और 26 जनवरी को यहां भी विरोध करने वाले हैं।