अयोध्या में मस्जिद की जमीन लेने पर फैसले की उम्मीद !

लखनऊ, 24 फरवरी (आईएएनएस)| : उत्तर प्रदेश सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन स्वीकार कर सकता है। आज हो रही सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक में जमीन लेने के पक्ष में निर्णय आ सकता है कि बोर्ड सरकार द्वारा दी गई जमीन पर मस्जिद बनेगी या कुछ और भी। बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारूकी ने राज्य सरकार द्वारा दी गई जमीन के बारे में कहा था वह इसे लेने से इनकार नहीं कर सकते हैं। हालांकि, यह बोर्ड पर निर्भर करता है कि वह इस भूमि पर मस्जिद बनाएं या कुछ और।

बोर्ड से जुड़े सूत्रों के अनुसार, बोर्ड ट्रस्ट बनाना चाहता है। यही ट्रस्ट अयोध्या में मस्जिद निर्माण और संचालन की औपचारिकताएं पूरी करेगा। इसका औपचारिक ऐलान आज (सोमवार) सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक में होने की संभावना है। इसी दौरान ट्रस्ट के सदस्यों के नामों का भी ऐलान किया जा सकता है।

बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि मस्जिद मामले में मध्यस्थता करने वाले लोगों के अलावा सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य भी शामिल हो सकते हैं। सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारूकी इसके अध्यक्ष हैं। बैठक को लेकर बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी ने सिर्फ इतना कहा है कि 24 फरवरी को लखनऊ में बैठक बुलाई गई है। इसमें तय किया जाएगा कि जमीन पर क्या निर्माण किया जाएगा और ट्रस्ट के कामकाज की क्या रूपरेखा होगी।

ज्ञात हो कि इससे पहले पांच फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया गया, उसी दिन योगी सरकार ने मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन अयोध्या के धन्नीपुर गांव में सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी थी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद केस में बीते साल 9 नवंबर को फैसला सुनाया था। इसमें राज्य सरकार को पांच एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को देने के आदेश दिए थे।