Exams : परीक्षा लेने को लेकर अधिकांश राज्य तैयार, 12 वी को लेकर 1 जून को होगी घोषणा 

नई दिल्ली, 24 मई : देश में कोरोना की दूसरी लहर है उसके बावजूद विधार्थियों के शैक्षणिक भविष्य को देखते हुए 12वी की परीक्षा होनी चाहिए।  यह राय महाराष्ट्र को छोड़कर अधिकांश राज्य ने व्यक्त की है।  इस परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 1 जून को महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे।

बारहवीं की परीक्षा कैसे लेनी है ? इस संबंध में सीबीएसई ने दो विकल्प दिया है।  साथ ही राज्य के शिक्षा बोर्ड ने 12वी की परीक्षा को लेकर अलग से निर्णय ले सकती है।

  12वी की परीक्षा को लेकर अपनी राय 25 मई तक सरकार को भेजने के लिए कहा गया है।  केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर, संजय धोत्रे के साथ विभिन्न राज्य के शिक्षा मंत्री उपस्थित थे।  इस बैठक में राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि कोरोना को देखते हुए 12वी की परीक्षा न लेकर कोई दूसरा रास्ता निकाला जाये।

दिल्ली और केरल राज्य सरकार ने 12वी की परीक्षा से पहले सभी विधार्थियों के वेक्सिनेशन की पैरवी की।  पश्चिम बंगाल ने परीक्षा को रद्द करने को लेकर अभी कुछ तय नहीं किया है।  एक सप्ताह बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा।

इस मौके पर निशंक ने कहा कि मन में जो संशय पैदा हुआ है उसे दूर करने के लिए विधार्थी और शिक्षक की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय जल्द लिया जायेगा।

छत्तीसगढ़ में घर में बैठकर 12 वी की परीक्षा

छत्तीसगढ़ परीक्षा बोर्ड ने विधार्थियों को घर में बैठ कर परीक्षा देने का मौका दिया है।  बोर्ड ने परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र लेने और घर पर परीक्षा देने की अनुमति दी है। विधार्थियों को प्रश्न पत्र लेने के बाद पांच दिनों में एग्जाम पेपर बोर्ड के पास जमा कराने का निर्देश दिया है।

सीबीएसई के दो विकल्प

सीबीएसई ने इस परीक्षा को लेकर दो प्रस्ताव दिया है।  पहले प्रस्ताव में केवल प्रमुख विषयों की परीक्षा ली जाएगी। दूसरी प्रस्ताव में महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा सेल सेण्टर को लेने के लिए कहा है।  यह परीक्षा तीन घटने की बजाये डेढ़ घंटे की होगी।