उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी किसानों को पूरी मदद नहीं मिली, शिवसेना का किसान प्रेम नकली 

 

मुंबई , 7 दिसंबर 

दिल्ली की सीमा पर पिछले कई दिनों से केंद्र सरकार नए कृषि कानून के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसान आंदोलन कर रहे है।  केंद्र सरकार दवारा सांसद में लाये गए कृषि कानून को रद्द करने की मांग की जा रही है।  इसे लेकर सरकार से कई बार बातचीत होने के बाद भी इसका रास्ता नहीं निकला है।  अब किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद बुलाया है।  इस आंदोलन को भारत के दिग्गज लोगों का समर्थन मिल रहा है।  राज्य की शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी ने भी इसे अपना समर्थन दिया है।  इस पर  भाजपा ने कहा है कि शिवसेना का किसानों के प्रति प्रेम नकली है।

भाजपा ने कहा है कि किसानों के आंदोलन को समर्थन देने वाली कांग्रेस, शिवसेना व राष्ट्रवादी का किसान प्रेम नकली है।  मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले बांध कर जाकर आश्वासन देने वाले उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के बाद अभी तक महाराष्ट्र के किसानों को पर्याप्त मदद नहीं दी हैं।  दूध उत्पादक किसानों को सही रेट  नहीं मिल रहा है।  भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना काल में राज्य सरकार ने किसानों की कोई मदद नहीं की।  कांग्रेस-राष्ट्रवादी के समय निजीकरण शुरू हुआ।  शरद पवार कृषि मंत्री होते हुए भेजा गया पत्र आज सामने आया है।  यह  किसानों के हितों के लिए निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए लिखा गया था।  इस तरह से शरद पवार ने निजीकरण की शुरुआत की।

सोनू सूद, तापसी पन्नू, उर्मिला मातोंडकर आदि ने आंदोलन को समर्थन दिया

नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों  के चल रहे आंदोलन को सोनू सूद, अभिनेत्री तापसी पन्नू, उर्मिला मांतोडकर, ऋचा चड्ढा, स्वरा भास्कर, बॉक्सर  विजेंदर सिंह क्रिकटर हरभजन सिंह आदि ने अपना समर्थन दिया।  है विजेंद्रर सिंह ने कहा है कि किसानों की मांग नहीं मानी गई तो वह अपना खेल रत्न पुरस्कार वापस कर देंगे।

सरकार के कर्मों का फल 
शिवसेना ने  कहा है कि किसानों को आंदोलन करने का अधिकार है।  इसलिए सरकार को कृषि कानून वापस ले लेना चाहिए।  प्रकाश सिंह बादल, शरद पवार जैसे लोग ने कठिन समय में किसान नेताओं से चर्चा करने की हिम्मत दिखाई थी।  आज स्थिति बिगड़ती जा रही है।  यह सरकार के कर्मो का फल है।