1.66 करोड़ फूंकने के बाद भी अवैध निर्माणों का मसला जस का तस

1 लाख 73 हजार 488 में से मात्र 2397 अवैध निर्माणों पर फिरा बुलडोजर

पिंपरी । पुणे समाचार

पिंपरी चिंचवड़ मनपा के कर संकलन व कर निर्धारण विभाग के पास दर्ज पिंपरी चिंचवड़ शहर के कुल चार लाख 78 हजार 787 में अवैध निर्माणों का आंकड़ा एक लाख 73 हजार 488 पाया गया है। बीते दो साल में अवैध निर्माणों की संख्या तीन गुना बढ़ने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। अगर बात अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की करें तो एक जून 2015 से इस वर्ष के 30 अप्रैल तक मनपा के अमले ने 2397 अवैध निर्माणों पर बुलडोजर फिराया है।

दो साल पहले अवैध निर्माणों का आंकड़ा 65 हजार था जो अब तीन गुना बढ़ गया है। यानी कार्रवाई और उसके लिए डेढ़ करोड़ से ज्यादा फूंकने के बाद भी शहर में अवैध निर्माणों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। राज्य सरकार ने निर्माणों के नियमितीकरण की घोषणा तो कर दी है मगर इसके लिए निर्धारित की गई शर्तें और शुल्क दोनों जटिल है। इसके चलते लोगों ने नियमितीकरण की ओर पीठ घुमा दी है।

नियमितीकरण हेतु आवेदन करने की अंतिम मियाद तक मात्र 56 आवेदन ही मिल सके हैं। इनमें से एक भी अवैध निर्माण नियमित नहीं हो सका है। नतीजन आवेदन करने की मियाद बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार से दरकार लगाई गई है। तकरीबन तीन सालों में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने पर मनपा ने एक करोड़ 66 लाख 49 हजार 272 रुपए खर्च किये हैं। इसके बावजूद शहर में अवैध निर्माणों का मसला जस का तस रह गया है।

मनपा में शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे ने मई माह की सर्व साधारण सभा के प्रश्नोत्तर हेतु अवैध निर्माणों की संख्या, कार्रवाई, कर निर्धारण आदि के बारे में सवाल उठाए हैं। प्रशासन ने इन सवालों के लिखित जवाब उन्हें सौंप दिये हैं। शनिवार की सर्व साधारण सभा पीसीएमटी के भूतपूर्व सभापति व सत्ताधारी भाजपा की मौजूदा नगरसेविका आरती चोंधे के पति सुरेश चोंधे को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद स्थगित कर दी गई। इसके चलते अवैध निर्माणों के मसले पर उठाए गए सवालों पर चर्चा नहीं हो सकी। हांलाकि कलाटे को प्रशासन द्वारा लिखित रूप से मुहैया कराए गए जवाबों की प्रति उपलब्ध हो गई। जिसमें उपरोक्त जानकारी सामने आई है।