ईपीएफओ ऑफिस कर्मचारियों का आंदोलन

पुणे/पिंपरी : समाचार ऑनलाईन –  प्रमोशन, नए कर्मचारियों की भर्ती आदि लंबित मांगो के लिए कर्मचारी भविष्य निर्वाह निधि संगठन (ईपीएफओ) कार्यालय के कर्मचारियों ने बुधवार को पुणे और आकुर्डी में आंदोलन किया। इस विभाग में कर्मचारियों की कमी रहने से मौजूदा कर्मचारियों को तीन- तीन, चार- चार कर्मचारियों का काम अकेले करना पड़ रहा है। इसके अलावा कर्मचारियों के प्रमोशन भी अधर में लटके हैं। अपनी लंबित मांगों के लिए ईपीएफओ कर्मचारी गत 27 दिनों से काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। प्रशासन का ध्यानाकर्षित करने के लिए आज उन्होंने प्रदर्शन आंदोलन किया।
सरकार और प्रशासन का ध्यान अपनी लंबित मांगों की ओर आकर्षित करने के लिए ईपीएफओ कर्मचारी
ऑल इंडिया एमप्लोईज प्रोव्हिडट फंड स्टाफ फेडरेशन के नेतृत्व तले पूरे देशभर में आंदोलन कर रहे हैं। ईपीएफ स्टाफ यूनियन की पुणे इकाई के सचिव सुरेशबाबू के अनुसार ईपीएफओ कार्यालय में मंजूर पदों की संख्या 359 है। जबकि यहां परोक्ष में 197 कर्मचारी कार्यरत हैं। 162 कर्मचारियों की कमी है। कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया की त्रुटियों को दूर किये बिना केवल अधिकारी और आयुक्तों की भर्ती की जा रही है।
मनुष्यबल की कमी के चलते उपलब्ध कर्मचारियों को तिगुना- चौगुना काम का भार उठाना पड़ रहा है। दिसंबर 2015 से केडर पुनर्रचना अस्तित्व ने आयी, उसमें केवल अधिकारियों को ही शामिल किया गया है। सभी लाभ और प्रमोशन केवल अधिकारियों को ही मिल रहे हैं। कर्मचारी इन लाभों और प्रमोशन से दूर ही हैं। अपनी मांगों के लिए कर्मचारियों ने 1 अगस्त से 27 अगस्त तक काली पट्टी बांधकर काम किया। 19 अगस्त से 23 अगस्त तक काम बंद आंदोलन किया गया।