‘कमाएं और पढ़ें’ के 3 समन्वयकों पर केस दर्ज

पुणे : समाचार ऑनलाईन – सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी की कमवा आणि शिका (कमाएं और पढ़ें) योजना में यूनिवर्सिटी से लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने के मामले में 3 समन्वयकों पर मामला दर्ज किया गया है। जांच में पता चला कि आरोपियों द्वारा योजना के अंतर्गत काम न करने वाले विद्यार्थियों के नाम से पैसे लेकर यूनिवर्सिटी को चूना लगाया गया।

अमोल भनुदास मगर (निवासी मारवाड़, तहसील मालशिरस), सागर तानाजी काले (निवासी पलसदेव, तहसील इंदापुर) व किरण गायकवाड़ (निवासी मुढाले, तहसील बारामती) के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया। इस संबंध में विद्यार्थी विकास महामंडल के निदेशक डॉ। प्रभाकर देसाई (उम्र 43 वर्ष, नि। शिक्षक निवास, सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी) ने चतुःशृंगी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी समन्वयकों अमोल, सागर व किरण ने उक्त योजना में फर्जी नाम दर्ज कर उनके नाम पर पैसों की उगाही की। जिन विद्यार्थियों ने योजजना में काम ही नहीं किया उनके नाम पर बैंक एकाउंट में पैसे जमा करा लिये और बाद में उनसे नकद रूप में लिये। तीनों ने यूनिवर्सिटी को 3 लाख 46 हजार 860 रुपयों का चूना लगाया। इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस उप-निरीक्षक एस।डी। दराड़े मामले की जांच कर रहे हैं।