बनने आया था इंजीनियर और बन गया पिस्तौल तस्कर, चारो गिरफ्तार, 8 पिस्तौल जब्त

पुणे : इंजीनियर बनने के लिए पुणे आया युवक पिस्तौल तस्कर बन गया इस गिरोह का पर्दाफाश पुणे पुलिस ने किया। बीते 4 वर्षो से मध्यप्रदेश से पिस्तौल लाकर पुणे में आरोपियों को बेचता था। इस मामले में पुलिस ने उसके साथ चार लोगो को गिरफ्तार किया है। उनके पास से साढ़े चार लाख रुपए के 8 पिस्तौल और 15 जिंदा कारतूस जब्त करने की जानकारी पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने दी है।

इस मामले में मुख्य सुत्रधार भूषण महेश मराठे (उम्र 23, नि. अरूणनगर, चोपडा, जि. जलगाव), राहुल चंद्रकांत पवार (26), तौफीक गुलाब शेख (उम्र 25 सभी नि. कामगार पुतला, शिवाजीनगर) और राम गोरोबा जाधव (उम्र 35, नि. दांडेकर पुल, पुणे) को गिरफ्तार किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार शहर में हथियार बिक्री करने वालो का डाटा इकट्ठा कर जांच करने का आदेश पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने दी थी। इसके अनुसार फिरौती विरोधी दस्ता 2 की पुलिस जांच कर रही थी। उस समय उन्हे जानकारी मिली कि जलगांव से एक व्यक्ति देसी पिस्तौल बेचने पुणे आ रहा है। इसके अनुसार पुलिस ने पुणे स्टेशन परिसर में जल बिछाकर भूषण मराठे को गिरफ्तार किया। उसके पास से 3 पिस्तौल, 6 जिंदा कारतूस जब्त किए। अधिक पूछताछ करने के बाद उसने बताया कि वह पुणे में इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे अन्य आरोपियों के संपर्क में आया। चोपडा गांव जलगांव जिले में है और मध्यप्रदेश की सीमा से 15 से 20 किमी की दूरी पर है। वहाँ से 10 से 15 हजार में पिस्तौल खरीदता है और शहर में लाकर 30-35 हज़ार में बेचने की बात उसने कबूली।