सुसाइड नोट में ‘जय महाराष्ट्र’ लिखकर बुजुर्ग ने लगाई फांसी

पुणे। सँवाददाता : मशहूर उद्योगपति व बिल्डर डी एस कुलकर्णी यानी डीएसके की सावधि जमा योजना में निवेश करने वाले 60 वर्षीय एक बुजुर्ग ऑटोरिक्शा चालक ने शुक्रवार सुबह अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। निवेश के पैसे न मिलने से वे काफी निराश हो गए थे। पुलिस को उनका लिखा सुसाइड नोट मिल गया है। इसमें खुदकुशी करने से पहले बुजुर्ग निवेशक तानाजी गणपत कोरके (61, निवासी भीमनगर, घोरपडी, पुणे) ने अपनी मौत के लिए डीएसके को जिम्मेदार ठहराया है और पुलिस से अनुरोध किया है कि उनके पैसे उनके परिवार को दिलवाएं ताकि उनकी बेटी की शादी हो सके। सुसाइड नोट के अंत में अपने नाम के साथ उन्होंने पुणे के शुरुवाती शिवसैनिक का उल्लेख कर जय महाराष्ट्र लिखा है।

मुंढवा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, तानाजी गणपत कोराके ने अपने घर में पंखे से लटककर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। तड़के साढ़े चार बजे जब उनके घर के लोग नींद से जागे तब यह बात सामने आयी। उन्होंने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। पुलिस को तानाजी का लिखा सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्होंने डीएसके की सावधि जमा योजना में चार लाख रुपये निवेश किए थे, जो उन्हें वापस नहीं मिले। उन्हें अपनी चौथी बेटी की शादी के लिए पैसों की जरूरत थी और डीएसके के खिलाफ अदालती मामला खिंचता ही चला जा रहा है।

सुसाइड नोट में बुजुर्ग ने अपनी आत्महत्या के लिए डीएसके को जिम्मेदार ठहराया और उसके खिलाफ मामला चलाने की मांग की। इसमें पुलिस से विनती की गई है कि उनकी बेटी की शादी हो सके इसके लिए उनके पैसे उनके परिवार वालों को दिलवा दें। गौरतलब हो कि निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में डीएसके और उसके परिवार के कुछ सदस्य 2017 से येरवडा जेल में बंद हैं। उन लोगों को सैकड़ों जमाकर्ताओं के साथ कई हजार करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप है।