विधानसभा में गूंजेगी वाईसीएम हॉस्पिटल के गोलमाल की गूंज

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन  – दवा ख़रीदी, डॉक्टर व स्टाफ भर्ती घोटाले समेत मनमाने व लापरवाह कामकाज को लेकर विवादों में घिरे पिंपरी चिंचवड मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल के गोलमाल की गूंज अब विधानसभा में गूंजेगी। पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक अण्णा बनसोडे ने एक विज्ञप्ति के जरिए इसकी जानकारी दी है कि वाईसीएम अस्पताल में दवाओं और दवाओं की भर्ती और खरीदी में कोई पारदर्शिता नहीं है। वाईसीएमएच के इस भ्रष्टाचार पर वे विधानसभा में सवाल उठाएंगे।
वाईसीएम अस्पताल का प्रबंधन को एक मानदेय पर नियुक्त अधिकारी के सुपुर्द करने और पीजी इंस्टीट्यूट के लिए स्थायी तौर पर डॉक्टर प्रोफेसरों की नियुक्ति किया जाना विरोधाभास है। पीजी इंस्टीट्यूट के लिए एक स्थायी डॉक्टर प्रोफेसर की नियुक्ति से मनपा की तिजोरी में करोड़ों रुपये का भार बढ़ेगा। इस बढ़ते वित्तीय भार को करदाता नागरिकों पर डाला जाएगा। इसके विपरीत वाईसीएम हॉस्पिटल की हालत खराब है। बजाय यहां सेवा में सुधार के मनपा प्रशासन और सत्तादल के पदाधिकारी केवल दवा खरीदने और डॉक्टरों की भर्ती करने में व्यस्त हैं।
विधायक अण्णा बनसोडे ने यह भी कहा कि पीजी इंस्टीट्यूट के लिए डॉक्टरों और स्टाफ भर्ती प्रक्रिया और वाईसीएमएच में दवाओं और सामग्रियों की खरीदारी पारदर्शी नहीं है। मनपा में सत्ता परिर्वतन म तीन सालों में प्रशासन और पदाधिकारियों द्वारा वाईसीएम हॉस्पिटल की अनदेखी की गई। मानदेयी डॉक्टरों द्वारा पिछले कई दिनों से 750 बिस्तरों के अस्पताल का प्रबंधन संभाल जा रहा है। अब पी.जी. संस्थान शुरू करने की तैयारी में 103 डॉक्टर प्रोफेसरों के स्थायी पदों को भरने के लिए साक्षात्कार चल रहे हैं। अस्पताल का प्रबंधन मानदेयी डॉक्टरों और पीजी इंस्टीट्यूट के लिए स्थायी तौर पर नियुक्ति यह पूरा विरोधाभास है।