विपक्ष के ‘तेवर’ से घबराए सत्तादल ने चुना स्थगिति का रास्ता

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – इस माह की पहली तारीख से कचरा संकलन की नई व्यवस्था से कामकाज शुरू होने के 18 दिन बाद भी कामकाज सुचारू नहीं हो पाया है। जगह- जगह कचरा कुंडियां ‘ओवरफ्लो’ होकर बह रही है। लोगों में भारी आक्रोश है जिसका सामना करते- करते नगरसेवक भी बेज़ार हो चुके है। उसी में बीती रात कचरे से लदे डंपर द्वारा टक्कर मारे जाने से एक 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। इन सबका असर शनिवार को पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सर्वसाधारण सभा पर होना तय था। विपक्षी दल इसके लिए कमर कसे तैयार थे। मगर सत्तादल भाजपा ने विपक्षी दलों के आक्रामक तेवर पहले ही भांप लिए और सभा स्थगित करने का रास्ता अपनाया।
पिंपरी चिंचवड़ शहर में घर-घर का कचरा संकलन कर कचरा डिपो तक पहुंचाने की नई व्यवस्था इस माह की पहली तारीख से शुरू की गई है। शहर को दो हिस्सों में बांटकर दो कंपनियों को 7 साल का ठेका दिया गया है। पहले दिन से कचरा संकलन के नियोजन की धज्जियां उड़ा रही है। आज 20वें दिन तक हालातों में कोई बदलाव नहीं आ सका है। शहर में जगह- जगह कचरा कुंडियां ‘ओवरफ्लो’ होकर बह रहीं हैं, चारों तरफ गंदगी और बदबू का साम्राज्य बना हुआ है। लोगों में इसको लेकर काफी आक्रोश फैला हुआ है। आये दिन नगरसेवकों द्वारा कभी मनपा मुख्यालय के बाहर तो कभी मुख्यालय के भीतर कचरा फेंको आंदोलन किया जा रहा है।
सभा पर छाए थे अनिश्चितता के बादल
प्रशासन और सत्तादल के तमाम आश्वासनों के बावजूद कचरा निपटारे का कामकाज सुचारू नहीं हो सका है। इन सबका असर मनपा की आम सभा पर होना तय माना जा रहा था। राष्ट्रवादी कांग्रेस, शिवसेना और मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) इन विपक्षी दलों ने प्रशासन और सत्तादल को घेरने की पूरी तैयारी कर रखी थी। हालांकि भाजपा के पदाधिकारियों ने विपक्षी दलों के आक्रामक तेवर और तैयारी पहले ही भांप ली। इससे आज की आम सभा पर अनिश्चितता के बादल छाए रहे। बीती देर रात तक सत्तादल के नेताओं का सभा के बारे में मंथन चलता रहा। सुबह से ही आज की सर्वसाधारण सभा स्थगित की जाएगी, यह चर्चा शुरू थी और ठीक वैसे ही हुआ।
श्रद्धांजलि अर्पण के बाद स्थगित हुई सभा
महापौर राहुल जाधव के सभागृह का कामकाज शुरू करने के आदेश देते ही स्थायी समिति अध्यक्ष विलास मडिगेरी ने श्रद्धांजलि का प्रस्ताव पेश कर सभा स्थगन की सूचना दी। इसके अनुसार पूर्व उपमहापौर शेषप्पा नाटेकर, गोवा मुक्ति मोर्चा के सेनानी पद्मश्री मोहन रानडे, दलित पैंथर के संस्थापक राजा ढाले के साथ ही छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद हुए तीन जवानों, कोंढवा, आंबेगांव में दीवार ढहने से मारे गए 15 मजदूर, रत्नागिरी में टिवरे बांध फटने से मारे गए 24 नागिरकों, मुंबई डोंगरी में इमारत ढहने से मारे गए 10 नागरिकों एवं कचरे के डंपर द्वारा टक्कर मारे जाने से मृत हुए 6 वर्षीय अर्नव सोलबने को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सभा स्थगित की गई।
विपक्ष ने लगाया मुंह छुपाने का आरोप
विपक्षी दल के नेता दत्ता साने ने संवाददाताओं से की गई बातचीत में यह आरोप लगाया कि, शहर में निर्माण कचरे की समस्या, वाईसीएम हॉस्पिटल की दुर्दशा, शास्तिकर आदि मुद्दों पर सत्तादल भाजपा और प्रशासन से जवाब मांगने की तैयारी हमने की थी। नगरसेवकों के सवालों से बचने के लिए घबराए सत्तादल ने सभा स्थगिति का रास्ता अपनाया। हालांकि सभागृह नेता एकनाथ पवार ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से नाकारा है। उन्होंने सभा स्थगिति की वजह मनपा शिक्षा समिति में नियुक्त किये जाने वाले सदस्यों के नाम निश्चित न हो सकना बताया। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के चलते नाम निश्चित नहीं हो सके हैं, यह भी बताया।