ड्राई रन…कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम पड़ाव पर देश, किया जा रहा है मॉकड्रील 

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश शनिवार को अहम पड़ाव पर है। देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 116 जिलों के 259 जगहों पर ड्राई रन का आयोजन हो रहा है। इस दौरान  यह देखा जाएगा कि टीकाकरण के लिए लोगों का ऑनलाइन पंजीकरण, डाटा एंट्री, लोगों के मोबाइल पर मैसेज भेजने और टीका लगने के बाद इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण-पत्र जारी करने में कोई परेशानी तो नहीं आ रही। मॉकड्रिल का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी निरीक्षण कर रहे हैं।
-महाराष्ट्र के चार जिलों में ड्राई रन किया जा रहा है। वे जिले हैं  पुणे,  नागपुर,  नंदुरबार और जालना। हर जिले में तीन स्वास्थ्य केंद्र और 25 स्वास्थ्य कर्मी इस मॉक ड्रिल के लिए चुने गए हैं।

-दिल्ली में मध्य जिले के दरियागंज स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), शाहदरा जिले में गुरु तेग बहादुर अस्पताल और दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के द्वारका स्थित वेंकटेश्वर अस्पताल में टीकाकरण की मॉकड्रील जारी है।

-मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल  के तीन सेटरों गोविंदपुरा सीएससी, गांधीनगर सीएससी,एलएन सिटी मेडिकल कॉलेज में वैक्सीनेशन का ड्राय रन सुबह 9 से 11 बजे के बीच किया गया।

-उत्तर प्रदेश के सहारा अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और एसजीपीआई में   ड्राई रन हो रहा है।
-पटना में मॉक ड्रिल के लिए शास्त्रीनगर में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, फुलवारी शरीफ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और दानापुर में सबडिविजनल अस्पताल को चुना गया है। जमुई में तीन स्कूलों में ये परीक्षण शुरू है।

-जम्मू-कश्मीर में तीन जिलों के 9 अस्पतालों में ड्राई रन हो रहा है। जम्मू संभाग के एक जिले (जम्मू) और कश्मीर घाटी के दो जिलों (श्रीनगर और कुलगाम) में यह ड्राई रन किया जा रहा है।

– कर्नाटक में ड्राई रन के लिए पांच जिलों को चुना गया है। इनमें बेंगलुरु (यू), बेलागवी, कलाबुर्गी, मैसूर और शिवमोग्गा जिले शामिल हैं। प्रत्येक जिले में तीन लेवल पर ड्राई रन होगा।

बता दें कि ड्राई रन वैक्सीनेशन को लेकर एक तरह की मॉक ड्रिल होती है।  ड्राई रन में डमी वैक्सीन को कोल्ड स्टोरेज से वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान वैक्सीन को सेंटर तक ले जाने में आने वाली किसी भी तरह की परेशानी को देखा जाता है। पूरी प्रक्रिया की रियल टाइम मॉनीटरिंग की जाती है।