पुणे समाचार ऑनलाइन : देश में कोरोना का कहर जारी है। दिन-प्रतिदिन मरीजो की संख्या बढती ही जा रही है, इससे स्वास्थ्य यंत्रणा पर तनाव बढ़ गया है। दूसरी ओर मृतको के आंकड़े में भी बढोतरी हो रही है। ऐसे में टास्क फोर्स के सदस्यों द्वारा सितंबर-अक्टूबर में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताने से खलबली मची हुई है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय के संचालक तात्याराव लहाने ने इस पर बयान जारी किया है। महामारी में वायरस की ताकत बढ़ती ही रहती है। वायरस अपने रूप में बदलाव करता रहता है। इसलिए कोरोना की और कितनी लहर आएगी इस बारे में कहा नहीं जा सकता है। कितनी भी लहर आए लेकिन फिर भी महाराष्ट्र पूरी मजबूती के साथ डटा रहेगा। तैयारी पूरी है। कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए हमने तैयारी कर रखी है।
राज्य में दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। राज्य में इलाज करा रहे मरीजो की संख्या 7 लाख के ऊपर पहुंच गई है। इसलिए सरकार ने ऑक्सीजन, बेड और वेंटिलेटर की उचित व्यवस्था की है। कोरोना मरीजो का आंकड़ा छुपाना नहीं है, ऐसा आदेश हमें दिया गया है। किसी की मौत दुर्घटना में हो जाती है और अगर वो कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसकी गिनती कोरोना मृतक के रूप में की जाती है। कोई भी आंकड़ा छुपाया नहीं जा रहा है, ऐसा लहाने ने स्पष्ट किया।