Google पर भूलकर भी न करें ये 8 बातें सर्च, पड़ सकते है मुसीबत में  

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – आज कल साइबर क्राइम लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे हमे सावधान रहने की जरुरत है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कभी-कभी गूगल पर बैंक की ऑनलाइन बैंकिंग वेबसाइट, कस्टमर केयर नंबर, पर्सनल फाइनेंस और स्टॉक मार्केट की सलाह जैसे कई बातों को सर्च करना मुसीबत का सबब बन सकता है। जब हम कोई भी चीज़ गूगल में सर्च करते है तो गूगल उस कंटेट को वह खुद नहीं बनाता है, बल्कि ये सिर्फ एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। यहां यूज़र्स के सर्च के आधार पर अलग-अलग वेबसाइट की लिंक दिखाई देती है। तो ज़रूरी नहीं कि आप जो भी गूगल पर सर्च कर रहे हैं वह सब सही और सटीक ही है। इसलिए ये 10 बातें गूगल में सर्च करने से बचे।

पर्सनल फाइनेंस और स्टॉक मार्केट की सलाह – गूगल पर कभी पर्सनल फाइनेंस और स्टॉक मार्केट की सलाह नहीं लेनी चाहिए। गूगल सर्च करने पर हमें कोई ऑथेंटिक सोर्स नहीं मिलता है। ऐसे में हमें लेन-देन से जुड़ा चूना लग सकता है।

कूपन कोड – कभी भी गूगल पर कूपन कोड सर्च ना करें, क्योंकि कई बार फेक वेबसाइट सस्ते कूपन्स बेचकर आपको लुभा सकती है। इससे आपकी बैंकिग डिटेल चोरी होने का खतरा रहता है।

बैंक की ऑनलाइन वेबसाइट – इस बात की सख्ती से सलाह दी जाती है कि कभी भी अपने बैंक की ऑनलाइन बैंकिंग वेबसाइट को गूगल पर सर्च ना करें। ऐसा आप तभी करें जब तक आपको उसका सही URL ना पता हो। ऐसा इसलिए कि हो सकता है कि आप ऑफिशियल वेबसाइट की जगह अपने बैंक का लॉगइन पासवर्ड किसी फेक वेबसाइट पर डाल दें, जिससे हैकर्स आपकी डिटेल का गलत फायदा उठा सकते हैं।

फ्री एंटी-वायरस – गूगल पर एंटी-वायरस ऐप्स और सॉफ्टवेयर सर्च करने से बचें। ऐसे में ओरिजिनल ऐप्स को पहचानना मुशकिल होता है और इससे आपकी डिवाइस में वायरस आने का खतरा रहता है।

ई-कॉमर्स वेबसाइट ऑफर्स – ई-कॉमर्स वेबसाइट ऑफर्स के नाम पर लोगों को कई फ्रॉड वेबसाइट लुभाते है। इसी गलत वेबसाइट से यूज़र्स की बैंकिंग डिटेल चुरा लेते हैं।

ऐप्स और सॉफ्टवेयर डाउनलोड – मोबाइल ऐप्स के लिए हमेशा ऑफिशियल ऐप स्टोर गूगल प्ले या ऐप स्टोर का इस्तेमाल करना चाहिए। गूगल पर ऐप्स और सॉफ्टवेयर सर्च करने पर आप मैलवेयर का शिकार हो सकते हैं।

दवा या बीमारी के लक्षण – बीमार होने पर कभी भी डॉक्टर को छोड़ गूगल पर इलाज ना सर्च करें।  साथ ही कभी भी गूगल पर बीमारी से जुड़ी जानकारी के आधार पर दवा ना खरीदें।

सरकारी वेबसाइट –  स्कैमर्स सबसे ज़्यादा सरकारी वेसबाइट, जैसे बैंकिंग की, म्युनिसिपैलिटी या फिर अस्पताल की वेबसाइट को निशाना बनाते हैं इसलिए ये जानने कि ओरिजनल वेबसाइट की पहचान करना मुश्किल होता है।