वाईसीएम में डॉक्टर व स्टाफ भर्ती घोटाला

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – मनमाने, लापरवाह और भ्रष्ट कामकाज के आए दिन सामने आ रहे मामलों से पिंपरी चिंचवड मनपा विवादों व चर्चा के घेरे में है। अब इस कड़ी में मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल, जो गरीब मरीजों के लिए संजीवनी साबित है, में डॉक्टर व अन्य स्टाफ की भर्ती में घोटाले का नया मामला जुड़ गया है। यह घोटाला किसी और ने नहीं बल्कि खुद मनपा के सत्तादल भाजपा के नगरसेवक संदीप वाघेरे ने सामने लाया है। यही नहीं उन्होंने इसकी शिकायत सीधे महाराष्ट्र सरकार के नए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है।
मुख्यमंत्री और मनपा आयुक्त को भेजे एक पत्र के जरिये नगरसेवक वाघेरे ने वाईसीएम हॉस्पिटल में डॉक्टर व स्टाफ भर्ती घोटाले के साथ ही यहां के मनमाने और लापरवाह कामकाज को भी उजागर किया है। उन्होंने पत्र के जरिये इस पूरे मामले में व्यापक जांच व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि अगर इस मामले में शीघ्र और ठोस कार्यवाही नहीं की जाती है तो वे मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और जनहित याचिका दायर करेंगे।
अपने पत्र में नगरसेवक संदीप वाघेरे ने वाईसीएम हॉस्पिटल में नए से शुरू किए गए पीजी पाठ्यक्रम के मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ राजेंद्र वाबले द्वारा पूरे हॉस्पिटल के कामकाज में की जा रही मनमानी की कहानी बयां की है। उन्होंने कहा है कि, डॉ वाबले बिना किसी अधिकार के हॉस्पिटल के आर्थिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। यह बात दवा खरीदी संबन्धी 20 से 25 करोड़ रुपए के टेंडर की प्रक्रिया से साबित हो गई है। जो व्यक्ति तीन साल के लिए नियुक्त किया गया है उसके कहने पर करोड़ों के टेंडर जारी किये जा रहे हैं। अगर उसने कोई गडबड़ी को किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा? यह सवाल भी उन्होंने उठाया है।
जिस उद्देश्य से वाईसीएम में पीजी पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई है वह उद्देश्य सफल होता नहीं दिखाई दे रहा है। मानदेय पर नियुक्त डॉक्टरों ने पूरे हॉस्पिटल को टेक ओवर कर लिया है। मेडिकल कॉलेज की शुरुआत वाईसीएम हॉस्पिटल में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए की गई थी। इसके बाद भी हॉस्पिटल के लिए डॉक्टर्स व दूसरे स्टाफ की भर्ती की जा रही है। इसमें स्थानीय नेता, अधिकारी व पदाधिकारियों के मर्जी के लोगों को प्राथमिकता दी गई है। इसमें बड़ा आर्थिक व्यवहार होने का आरोप भी नगरसेवक वाघेरे ने लगाया है। वाईसीएम हॉस्पिटल के पूरे कामकाज की व्यापक जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उन्होंने की है।