Corona के इलाज में Ivermectin दवा का न करें इस्तेमाल, WHO के वैज्ञानिक ने दी चेतावनी

नई दिल्ली : ऑनलाइन टीम – कोरोना के प्रभाव से देश भर में लोग त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे है। हर दिन हजारों मौतें हो रही है। डॉक्टर्स द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आइवरमेक्टिन दवा के इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। WHO की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने एक ट्वीट में बताया, “नए लक्षण के लिए किसी भी दवाई का उपयोग करने में उसकी सुरक्षा और प्रभावी क्षमता को जानना महत्वपूर्ण है. WHO क्लीनिकल ट्रायल को छोड़कर कोविड-19 के लिए आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं देता है।”

डॉ स्वामीनाथन ने जर्मनी की दिग्गज हेल्थकेयर और लाइफ साइंसेस कंपनी मर्क के एक पुराने बयान को ट्विटर पर शेयर किया। फरवरी 2021 में जारी इस बयान में कहा गया है, “वैज्ञानिक कोविड-19 के इलाज में आइवरमेक्टिन की सुरक्षा और प्रभावी क्षमता का पता लगाने के लिए सभी उपलब्ध और नए अध्ययनों का परीक्षण कर रहे हैं। अब तक कोविड के खिलाफ इसकी प्रभावी क्षमता का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है।”

अब पिछले दो महीने में यह दूसरी बार है जब WHO ने आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की है।  इससे पहले मार्च में संगठन ने कहा था कि इस दवा के प्रभाव का बहुत कम प्रमाण मिला है।  डॉ सौम्या स्वामीनाथन का ये ट्वीट तब आया है, जब एक दिन पहले ही गोवा सरकार ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल की सलाह दी थी।

WHO वैज्ञानिक के ट्वीट के बाद एक बार फिर आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल पर बहस छिड़ गई है। भारत में या दूसरे देशों में कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए रेमडेसिविर, आइवरमेक्टिन, टोसिलिजुमैब, एनोक्सापारिन इंजेक्शन, डेक्सामेथासोन टैबलेट जैसी दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।