‘मिशन कोरोना इरॅडिकेशन’ के तहत सूर्यदत्ता ग्रुप द्वारा सॅनिटायझेशन पंप, 200 कोरोना सुरक्षा किट का वितरण

 

सूर्यदत्ता ग्रुप सामाजिक रूप से जागरूक शैक्षणिक संस्थान: राम बोरकर

पुणे : सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट की और से ‘मिशन कोरोना इरॅडिकेशन’ उपक्रम के तहत तीन सॅनिटायझेशन पंप, २०० रक्तदाताओं और स्वयंसेवकों रक्तदान के लिए प्रोत्साहन देने के लिए कोरोना सुरक्षा किट का वितरण किया गया. एरंडवने के स्वातंत्र्यवीर सावरकर मित्र मंडल ने ये शिविर लिया. इस कोरोना सुरक्षा किट में दवाई साबू, जंतुनाशक (डिसइन्फ़ेक्ट स्प्रे), फेस मास्क आदी वस्तुओं का समावेश है. मंडल के अनुरोध पर तीन सॅनिटायझेशन पंप भेट दिए गए.

एरंडवणे, कर्वेनगर और परिसर की निर्जंतुकीकरण के लिए उपयोग में लाया जाएगा. मंडल के अध्यक्ष राम बोरकर को ये पंप दिए गए. ‘सूर्यदत्ता’ के कार्यकारी संचालक प्रा. सुनील धाडीवाल, अधिष्ठाता प्रा. नूतन जाधव, प्रा. नयना गोडांबे आदी उपस्थित थे. इस मदद के लिए बोरकर ने ‘सूर्यदत्ता’के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय चोरडिया और सचिव सुषमा चोरडिया के आभार जताया. शिक्षा के साथ सामाजिक कार्य करने वाली शिक्षण संस्था है, ऐसे बोरकर ने कहा.
सूर्यदत्ता एज्यु-सोशियो कनेक्ट इनिशिएटिव्ह के माध्यम से यह ‘मिशन कोरोना इरॅडिकेशन’ उपक्रम नियमित रूप से चलाया जायेगा. इसके तहत कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय किए जा रहे हैं. महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर,  ‘सूर्यदत्ता’ के बावधन कॅम्पस में रक्ताचे नाते संस्था के राम बांगड और बावधन परिसर के जनप्रतिनिधियों-स्वयंसेवकों के माध्यम से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था. वहां पर भी ‘सूर्यदत्ता’ की और से सुरक्षा किट का वितरण किया गया था. ‘सूर्यदत्ता’ के  प्रा. डॉ. संजय चोरडिया के साथ प्रा. डॉ. श्रीप्रकाश सोनी, भाटु पाटील उपस्थित थे.
“कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम सभी को योगदान देना चाहिए. मिशन कोरोना इरॅडिकेशन उपक्रम की माध्यम से कोरोना प्रतिबंधक उपाय के साथ ही , काउंसलिंग, दवा, मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है. वर्तमान में खून और प्लाज्मा की बहुत आवश्यकता है. इसके लिए शिविर, रक्तदान की आवश्यकता है.  प्रोत्साहन के रूप में कोरोना सुरक्षा किट रक्त दाताओं और शिविर स्वयंसेवकों को वितरित किए जा रहे हैं,” ऐसा प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा.
प्रा. सुनील धाडीवाल ने कहा, “अपने परिसर को साफ रखना और सभी को अपने साथ लेकर चलना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है. सरकारी यंत्रणा या  महापालिका पर निर्भर न रहते हुए सभी ने योगदान देना चाहिए. राम बोरकर सामाजिक भावना के साथ काम कर रहे हैं. उनके इस काम को समर्थन देने का सूर्यदत्ता का प्रयास है.”