मुंबई : समाचार ऑनलाईन – कॉर्पोरेशन बैंक के मुंबई सर्कल में बैंक के राष्ट्रीय स्तर के कार्यों के मूल्यमापन तथा नए कॉन्सेप्ट्स का जायजा लेने हेतु बहुस्तरीय परामर्श और विचार बैठक का आयोजन किया गया। शुक्रवार को आयोजित इस बैठक में मंडल के सभी विभाग प्रमुखों ने उनकी सभी शाखाओं के साथ 8 से 10 अगस्त तक आयोजित बैठकों व 2014-15 से अब तक किए गए कार्यों, बैंकिंग सेक्टर के समक्ष चुनौतियों व आगामी कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत चर्चा की।
बैठक में अर्थव्यवस्था से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों (बुनियादी सुविधा, उद्योग, खेती, एमएसएमई, शिक्षा एवं एक्सपोर्ट) में साख बढ़ाने, नई टेक्नोलॉजी, डेटा एनालिसिस का उपयोग, डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर होने, बैंक को अधिकाधिक नागरिक-केंद्रित करने तथा बुजुर्गों, किसानों, छोटे उद्यमियों, युवाओं, स्टूडेंट्स व महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार जिम्मेदार बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई। यहां सर्कल के जोन के कार्यों तथा राष्ट्रीय कार्यक्रमों को क्रियान्वित किए जाने का जायजा लिया गया। चर्चा के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों तथा कॉर्पोरेशन बैंकों के लिए कई रचनात्मक सुझाव पेश किए गए। इस सभी सुझावों एवं कॉन्सेप्ट्स को एसएलबीसी/राज्य स्तर पर चर्चा हेतु तथा सभी क्षेत्रों की शाखाओं की तुलनात्मक कार्यक्षमता के मूल्यांकन हेतु संकलित किया गया है।
एसएलबीसी स्तर पर बैठक के बाद इंट्रा एवं इंटरबैंक के कार्यों की तुलना तथा पब्लिक सेक्टर बैंकों में क्रियान्वयन हेतु प्राप्त सुझावों को दृष्टि में रखते हुए पब्लिक सेक्टर बैंकों के भविष्य की योजनाओं को अंतिम स्वरूप देने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर बैठक आयोजित की गई है।
चर्चा की वजह से प्राथमिक स्तर पर भी राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में शामिल होने की भावना निर्मित हुई है। चर्चा में रखे गए सुझावों को क्रियान्वित करने हेतु बैंक पूर्णत: तैयार हैं। इनके जरिए ही बैंक अपने स्लोगन सर्वे जन: सुखिनो भवंतु को साकार कर सकेगा।