‘उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का इस्तीफा लिया था क्या?’

मुंबई : मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग द्वारा गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बाद राज्य की राजनीति बहुत गर्म है। वही केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की टिप्पणी का उत्तर देते हुए राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री व राष्ट्रवादी के नेता नवाब मलिक ने सवाल उठाया है। गुजरात में अधिकारियों ने जब वहाँ के मुख्यमंत्री व गृह मंत्री पर आरोप लगाया था, तब भाजपा ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का इस्तीफा लिया था क्या? यह सीधा सवाल नवाब मलिक ने किया है।

रविशंकर प्रसाद की टिप्पणी पर नवाब मलिक ने अचूक उत्तर दिया है। रविशंकर प्रसाद लोगो को न सिखाएं। भाजपा हाई मोरेलिटी की बाते करती है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय में जाकर सरकार के काम की रिपोर्टिंग करती है। संघ का कौन सा व्यक्ति संवैधानिक पद पर है? उन्हे रिपोर्टिंग करना ये कौन सी मोरेलिटी है? यह कौन सा संवैधानिक प्रोसेस है। यह सवाल नवाब मलिक ने किया है। नैतिकता पर बोलना है तो भाजपा को पहले अपना भूतकाल याद करना चाहिए।

इसी बीच अनिल देशमुख पर लगे आरोपो की पार्टी के अंतर्गत जांच की जाएगी। परमबीर सिंग के पत्र के आधार पर इस्तीफे की मांग नहीं की जा सकती, बल्कि उस आधार पर इस्तीफ़ा का प्रश्न ही नहीं उठता। यह नवाब मलिक ने स्पष्ट किया।

मंत्री रविशंकर ने क्या कहा था?

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार पर टिप्पणी की थी। महाराष्ट्र के महाविकास आघाडी सरकार ने गृह मंत्री अनिल देशमुख को 100 करोड़ वसूली का टार्गेट दिया था। फिर अन्य मंत्रियो को सरकार ने कितनी वसूली करने का टार्गेट दिया है। उद्धव ठाकरे व शरद पवार चुप क्यों हैं।