मुंबई : समाचार ऑनलाइन – भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को पारस का पत्थर कहा जाता है। वो जिस चीज़ को छू लेते है वह सोना बन जाता है। ये बातें क्रिकेट के संदर्भ में कहा जाता है। दरअसल धोनी जब कप्तान हुआ करता था तब उनका मैच जीतने के अंदाज अलग था। वह कोई भी मैच को प्लानिंग और दिमाग से खेलते थे। जिससे टीम की जीत लगभग-लगभग तय मानी जाती थी।
मैच जीतने के बाद धोनी के सेलिब्रेशन करने का तरीका भी अलग है। वह जब भी कोई मैच जीतता है उस मैच में इस्तेमाल हुए विकेट को उखाड़ कर एक अपने साथ ले जाते है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, धोनी ने एक कार्यक्रम में कहा विकेट उखाड़ने का राज बताया है। इस संदर्भ में धोनी ने बताया है कि ‘मैं कोई सीरीज या टूर्नामेंट जीतने के बाद स्टंप्स उखाड़ता हूं। कार्यक्रम के दौरान जब धोनी से यह पूछा गया कि स्टंप उखाडऩे के पीछे उनका मकसद क्या होता है। इस पर धोनी ने कहा कि ‘यह उनके रिटायरमेंट प्लान का हिस्सा है।’
बता दें कि धोनी ने काफी स्टंप एकत्र कर लिए है। हालांकि यह उन्हें नहीं पता है कि वह किस मैच से कौन सा स्टंप उखाड़कर लाए हैं। इसलिए वह रिटायरमेंट के बाद में सभी मैचों के वीडियो देखकर पता लगाएंगे कि कौन से मैच में कौन सा स्टंप उखाड़ा है। जिससे उनका समय आसानी से बीतेगा। धोनी ने ये भी कहा कि वह स्टंप पर किसी तरह का मार्क नहीं लगाते।