देवयानी हजारे – फैशन की दुनिया का नया ‘ट्रेंड’ ,नाम जो ‘प्रेरणा’ के स्त्रोत साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी आगे

पुणे : समाचार ऑनलाइन ( असित मंडल ) : पुणे से करीब 440 किलोमीटर दूर बुलढ़ाणा जिले में स्थित खामगांव की देवयानी हजारे को ‘मिसेस महाराष्‍ट्र-एम्‍प्रेस ऑफ महाराष्‍ट्र’ 2019 का खिताब दिया गया। इसके अलावा देवयानी ने ‘मिसेस महाराष्‍ट्र ब्‍यूटी विथ ए पर्पस’ का भी खिताब अपने नाम किया। यह प्रतियोगिता 8 दिसंबर 2019 को पुणे की हयात होटल में आयोजित की गयी थी।

 

इस चकाचौंध भरे ‘दिवा पेजेंट’ कार्यक्रम में 50 खूबसूरत और काबिल फाइनलिस्‍ट शामिल थे। इस प्रतियोगिता के लिए पूरे देश से कई प्रतिभागियों ने ऑडिशन दिया था। लेकिन, उनमें से चुनिंदा मॉडल्स फाइनल में पहुंची। इसका चयन मॉडल्स की शारीरिक रचना, व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, प्रभाव के आधार पर हुआ।

खास बात यह है कि देवयानी हजारे एक हाउसवाइफ के साथ-साथ एक बिजनेसवुमन भी है। परिवार, बिजनेस के साथ-साथ उन्होंने अपने सपनों को पूरा किया यह अपने आप में कबीले तारीफ है।

 

हाउसवाइफ के साथ-साथ सफल बिजनेसवुमन भी है देवयानी हजारे –

 

देवयानी हजारे एक हाउसवाइफ के साथ-साथ सफल बिजनेसवुमन भी है। खामगांव की रहने वाली देवयानी ने 2005 में हुई शादी के बाद से खुद को पति और अपने दो बेटों तक सीमित कर लिया था। लेकिन, पिछले 5 सालों में तीन कंपनियों को संभालते-संभालते वो एक काबिल बिजनेसवुमन बन गयी हैं।

 

 

देवयानी वेद गंगा आरो वॉटर, ट्रेंडी क्लॉथ सेंटर, हाय रेहा इलेव्हेटर की मालकिन है। वेद गंगा आरो वॉटर, ट्रेंडी क्लॉथ सेंटर दोनों कंपनीयां कोल्हापुर जिले के गार्गोटी में स्थित है । हाय रेहा इलेव्हेटर ये कंपनी लिफ्ट और इलेव्हेटर की इन्स्टॉलेसेन और मेनटेनेंस का काम करती है । इन कंपनीयों के माध्यम से देवयानी 35 से 40 लोगों को हर दिन रोजगार उप्लब्ध कराती है ।

देवयानी हजारे का कहना है कि उनका हमेशा से ही ग्‍लैमर और फैशन इंडस्‍ट्री की तरफ रुझान रहा है। लेकिन, जब वह मानुषी छिल्लर को ‘मिस वर्ल्‍ड’ का खिताब जीतते हुए देखी तो उन्हें उनसे बहुत प्रेरणा मिली थी। जिसके बाद से उन्होंने भी अपना सफर शुरू किया। इस जीत का श्रेय उन्होंने अपने पति श्रीराम और परिवार को दिया।

देवयानी आगे कहती है कि एक पेजेंट में हिस्‍सा लेने के अपने सपने के बारे में अपने पति श्रीराम को बताया जिन्‍होंने पूरे दिल से देवयानी के सपने को पूरा करने के लिये उन्‍हें प्रेरित किया।

 

 

 

प्रतियोगिता के लिए इस तरह की तैयारी –

 

प्रतियोगिता में जाने से पहले उन्होंने घर से ही खुद को संवारना शुरू किया और एक स्‍पेशलाइज्‍ड कोर्स जॉइन किया, जहां उन्हें चीजों के बारे में पता चला और उन्होंने अपनी स्किल को और अपडेट किया। उन्होंने वीडियोज़ देखे, एक्‍सपर्ट के साथ चर्चा की, किताबें पढ़ीं और इसके बाद अपनी पर्सनैलिटी डेवलप करने का काम शुरू किया।

संतुलित डाइट और नियमित एक्‍सरसाइज करना शुरू कीं। इतना ही नहीं सबसे बड़ी बात यह रही कि उन्होंने पूरी लगन और अपने लक्ष्‍य के प्रति समर्पण के साथ अपने वजन को 75 किग्रा से सिर्फ 55 किग्रा तक लाने में सफल रही। इसके बाद ही उन्होंने ‘दिवा पेजेंट्स के लिये अपना नाम इनरॉल किया।

 

देवयानी इंटरनेशनल पेजेंट में लेना चाहती है हिस्सा –

 

देवयानी आगे इंटरनेशनल पेजेंट में हिस्‍सा लेना चाहती हैं और साथ ही मॉड‍लिंग और फिल्‍म असाइमेंट्स भी करना चाहती हैं। हालांकि उनका कहना है कि पहले उनके परिवार के बारे वो सोचेगी, अपने बच्चों की हर एक जरुरत को पूरा करेगी इसके बाद अगर उन्हें समय मिले तो वह इंटरनेशनल पेजेंट में जरूर हिस्सा लेना चाहेगी।

 

उनका मानना है कि अगर आप चाहो तो कुछ भी असंभव नहीं। परिवार, बच्चे के साथ-साथ हम अपने सपने भी पूरे कर सकते है, जरुरत है तो बस दृढ़शक्ति, आत्मविश्वास, लगन और मेहनत की फिर आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है।

 

देवयानी ने कहा –

 

मेरा उद्देश है के मैं समाज के हर स्थर की महिला को खुद के लिये जिने के लिये प्रेरित करू, खुद के डेव्हलमेंट पर ध्यान देने के लिये प्रोत्साहन दु। अगर हर महिला खुद के प्रगती पर थोडासा भी ध्यान दे तो इस समाज की प्रगती भी निश्चित रूप से होगी । साथ ही सही तरह से सशक्त भारत का निर्माण भी होगा।

 

आगे उनका कहना है कि महीलाओं का मानसिक, शारीरिक ओर आर्थिक सशक्तीकरण करना और उन्हें आत्मविश्वास दिलाना यही मेरा उद्देश है। देवयानी खुद को कहती है कि अगर मेरे जैसी छोटे गाँव से आई हुई स्त्री इतना बडा मुकाम केवल मेहनत ओर लगन के बल पर हासिल कर सकती है तो इस देश की हर नारी अपने रुची के क्षेत्र मे कामयाबी हासील कर सकती है ।

 

 


समाजसेविका भी हैं देवयानी –

 

खूबसूरती के साथ-साथ वाली कोमल हृदय की देवयानी हजारे अलग-अलग डोनेशन कैंप में जरूरतमंदों को किताबें और खाना देकर उनके जीवन में खुशियां लाने से नहीं चूकतीं। इसके साथ ही वह नेत्रहीनों के लिये ‘चेतन सेवांकुर संस्‍था’ को भी सपोर्ट कर रही हैं।

हर गुरुवार वह इन जरूरतमंदों को किताब, खाना-पीना, वस्त्र और हर जरुरत का वो सामान जो उन्हें लगता है वो सब देती है। दीवाली हो या गणपति, हर त्यौहार में पहला मिठाई का बॉक्स इन बच्चों तक पहुंचाती है देवयानी !


देवयानी के निजी जीवन के बारे –

 

देवयानी कोल्हापुर की रहने वाली है। उन्होंने एमए की डिग्री हासिल की है। लांग ड्राइव के साथ-साथ उन्हें नए-नए जगह घूमना बेहद पसंद है। गरीब और जरूरतमंदों की सेवा करके उन्हें अंदर से संतुष्टि होती है।

वह आद्यत्मिक्ता पर विश्वास रखती है। देवयानी ने श्रीराम से शादी की है। दोनों के दो बच्चे भी है। एक 12 साल के और एक 8 साल के है। दौनों बच्चों के नाम चिन्मय और हर्षवर्धन है।

 

देवयानी के माता-पिता के बारे –

 

देवयानी महाराष्ट्र के सुरेश घरपण्कर और सुनंदा घरपण्कर की बेटी है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने पति श्रीराम हजारे समेत पुरे परिवार को दिया।

 

बचपन से ही देवयानी ग्लैमर की दुनिया में आना चाहती थी। इसके अलावा उन्हें समाजिक कर्यो में भी काफी रूचि रहा है। देवयानी ने मराठी में एमए की डिग्री हासिल की है।