Devendra Fadnavis | Nawab Malik ने हाइड्रोजन बम फोड़ा, देवेंद्र फडणवीस ने किया यह Tweet 

मुंबई (Mumbai News) : राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य के विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) पर हल्लाबोल किया है।  अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवाब मलिक ने फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाया है।  नोटबंदी (Demonetisation) के आरोपियों को फडणवीस का आशीर्वाद प्राप्त था।  साथ ही आपराधिक छवि के लोगों को फडणवीस ने उच्च पदों पर बिठाया था।  नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोप के बाद देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने Thought of the day इस कैप्शन के साथ एक ट्वीट किया है।

क्या कहा नवाब मलिक ने

 

फ़र्ज़ी नोट मामले (Fake Note Case) के आरोपी इमरान आलम शेख (Imran Alam Sheikh) को अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।  वह हाजी आराफात शेख (Haji Arafat Sheikh) का छोटा भाई है।  हाजी अराफात को फडणवीस ने पार्टी में शामिल कर अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष बना दिया।  नागपुर (Nagpur) के मुन्ना यादव (Munna Yadav) पर हत्या का आरोप है।  उसे देवेंद्र फडणवीस ने कंस्ट्रक्शन कामगार मंडल (Construction Workers Board) का अध्यक्ष बना दिया।  हैदर आजम बांग्लादेशी लोगों को मुंबई (Mumbai) में बसाने का काम करता है।  उसकी दूसरी पत्नी के खिलाफ फ़र्ज़ी नोट मामले में मालाड पुलिस स्टेशन (Malad Police Station) में केस दर्ज ही किया जा रहा था तभी फडणवीस के कार्यालय से फ़ोन गया।


फ़र्ज़ी नोट मामले को फडणवीस ने दबाने का प्रयास किया

 जब 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी लगाया था।  मोदी ने कहा था कि इससे आतंकवाद (Terrorism,), ब्लैक मनी (Black Money) को खत्म हो जाएगी। नोटबंदी से फ़र्ज़ी नोट (Fake Note) खत्म होंगे।  इसके बाद मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु में फ़र्ज़ी नोट पकड़ा गया था।  लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में फ़र्ज़ी नोट पकडे जाने का एक भी मामला सामने नहीं आया।  क्योकि देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के नेतृत्व में फ़र्ज़ी नोट का खेल राज्य में चल रहा था।  8 अक्टूबर 2017 में बीकेसी में छापेमारी कर 14 करोड़ 56 लाख रुपए का नकली नोट पकड़ा गया था।  इस मामले को दबा दिया गया।  इसमें देवेंद्र फडणवीस ने मदद की.

 

फ़र्ज़ी नोट का कनेक्शन आईएसआई, पाकिस्तान, दाऊद के जरिये बांग्लादेश (Bangladesh) होते हुए देश में फैलाया जाता है।  8 अक्टूबर की छापेमारी (Raid) में 14 करोड़ 56 लाख रुपए पकड़ा गया।  लेकिन इसे 8 लाख 80 हज़ार रुपए दिखाया गया।  इस मामले में मुंबई (Mumbai) पुणे (Pune) और नवी मुंबई (Navi Mumbai) से एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।  इनमें इमरान आलम शेख (Imran Alam Sheikh) और रियाज शेख (Riyaz Sheikh) को पकड़ा गया था।  लेकिन इस मामले को दबा दिया गया।

 

नवाब मलिक (Nawab Malik) ने कहा कि मैं देवेंद्र फडणवीस जी आपको बताना चाहता हूं कि रियाज भाटी कौन है ? 29 अक्टूबर को सहार एयरपोर्ट पर फ़र्ज़ी पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया था।  उसके दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के साथ संबंध होने की बात कही जाती है।  डबल पासपोर्ट के साथ कोई व्यक्ति पकड़ा जाता है और वह दो दिन में छूट जाता है।  इसके पीछे कौन सा खेल था। रियाज भाटी आपके साथ हर कार्यक्रम में क्यों नज़र आते है।  रियाज भाटी भाजपा के हर कार्यक्रम में क्यों नज़र आता है।  देश के प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में रियाज भाटी कैसे उपस्थित होता है।

गुंडों के जरिये वसूली का काम

देवेंद्र फडणवीस आप जब मुख्यमंत्री थे अपराधी छबि वाले लोगों को सरकारी पदों पर बिठाया।  आपने रियाज भाटी के जरिये वसूली का काम किया।  थाने में पुलिस कमिश्नर की नियुक्ति कर वसूली का काम करवाया।  विदेशी से गुंडे फोन करते और यहां पुलिस सेटलमेंट करती थी और आपके आशीर्वाद से यह सब कुछ चल रहा था।

 

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