बॉम्बे हाईकोर्ट में देशमुख की याचिका खारिज,  सीबीआई की एफआईआर को चुनौती दी थी

ऑनलाइन टीम. मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भ्रष्टाचार मामले में अपनी कुर्सी गवां चुके हैं और अब वह अदालत में अपने पक्ष में गुहार लगा रहे हैं। लेकिन इस क्रम में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई की एफआईआर को चुनौती देने वाली अनिल देशमुख की याचिका खारिज कर दी। आज हुई सुनवाई में बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीआई से 4 सप्ताह में देशमुख की याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले में अगली सुनवाई अदालत के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद होगी। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने अनिल देशमुख को निर्देश दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो उनके केस की तात्कालिकता के आधार पर हाईकोर्ट की वेकेशन बेंच को स्थानांतरित किया जाए।

इस पूरे मामले की शुरुआत उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिले विस्फोटक वाली कार से शुरू हुआ। इस मामले में मुंबई पुलिस के एपीआई सचिन वाजे का नाम सामने आने के बाद विवाद बढ़ता गया। इस मामले में घिरने के बाद मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने ही मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट दिया था।  अदालत ने परमबीर सिंह की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच की बात कही थी। 20 मार्च को सिंह ने 8 पन्नों का एक लैटर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पहुंचाया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि देशमुख ने सचिन वाजे से मुंबई के 1750 बार और रेस्त्रां से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने के लिए कहा था। हालांकि, अनिल देशमुख ने आरोपों से इनकार किया था, लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट की ओर से सीबीआई जांच के आदेश के बाद देशमुख को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वह इस समय सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं।

इस बीच, मामले की जांच कर रही सीबीआई को देशमुख के बेटों की आधा दर्जन कंपनियों के बारे में पता चला है। इस मुद्दे पर देशमुख ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है, जबकि देशमुख पर मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आरोप लगाए थे। सीबीआई सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि देशमुख के दो बेटों- सलिल और ऋषिकेश की 6 कंपनियों के बारे में पता चला है। देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के बीच सीबीआई दोनों बेटों की कंपनियों के आर्थिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। इसमें कोलकाता स्थित जोडियाक डीलकॉम प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी शामिल है। यह कंपनी कोलकाता की मर्केंटाइल बिल्डिंग में है।