गोडसे को देशभक्त बताना निंदनीय, ऐसे बयान स्वीकार्य नहीं : नीतीश (लीड-1)

पटना :  19 मई (आईएएनएस)| लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के तहत बिहार की आठ लोकसभा सीटों पर रविवार को जारी मतदान के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी वोट डाला। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश के भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह के नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने वाले बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान स्वीकार्य नहीं।

भाजपा की सहयोगी जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने यहां कहा, “गोडसे को राष्ट्रभक्त कहना निंदनीय है। उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है, यह उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है। मैं इतना जरूर कहूंगा कि ऐसे बयान को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि भोपाल की प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। इस बयान को लेकर बाद में हंगामा मचने के बाद प्रज्ञा ने इस बयान को लेकर माफी मांग ली थी।

इस बयान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निंदा कर चुके हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश ने लंबी अवधि की चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने लंबी अवधि की चुनाव प्रक्रिया को गैर जरूरी बताया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बेटे निशांत के साथ राजभवन स्थित मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

मतदान के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, “चुनाव इतनी लंबी अवधि में नहीं होने चाहिए। मतदान के हर चरण के बीच एक लंबा अंतराल था। मैं इस पर सर्वसम्मति बनाने के लिए सभी दलों के नेताओं से बात करूंगा।”

उन्होंने यह भी कहा, “इतनी ज्यादा गर्मी है। मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए छांव की व्यवस्था भी नहीं होती। लोगों को तेज धूप में वोट डालना पड़ता है। चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में होना चाहिए। कम से कम चरण में चुनाव हो। इस मामले में सभी लोग एकमत हो जाएं तो बहुत अच्छा होगा।”

परिणाम के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “जनता मालिक है, जो फैसला लेगी। हमारी इच्छा तो यही है कि फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बने।”