मरी हुई मां को 7 साल तक रखा ज़िंदा, 285 करोड़ की सम्पति के लिए रची घिनौनी साजिश  

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – मां के जीवित होने का शपथ पत्र देकर मोमबत्ती कारोबार बेटे ने कंपनी पर कब्ज़ा जमाया और 29 करोड़ रूपये ट्रांसफर का दिए। मामले में आरोपी के भाई ने वर्ष 2011 में पुलिस व कोर्ट में शिकायत की थी। कोर्ट ने 1 दिसंबर को पुलिस को जांच के आदेश दिए। इसके बाद कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मंगलवार को आरोपी भाई, उसकी पत्नी व बेटे को फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार का लिया है। प्राथमिक जांच में करीब 285 करोड़ रूपये की संपत्ति का यह मामला बताया जा रहा है। कंपनी का कारोबार नोएडा व मुंबई में है।

पुलिस के अनुसार, सेक्टर-15ए निवासी विजय गुप्ता ने मामले की शिकायत पुलिस और कोर्ट से की थी। आरोप है कि मां कमलेश रानी गुप्ता के नाम पर मोमबत्ती बनाने की फैक्ट्री है। इस पर चार भाइयों का बराबर हक़ है, लेकिन एक भाई सुनील गुप्ता ने पारिवारिक सदस्य व अन्य लोगों के सहयोग से फर्जी कागज बना लिए।

यह कागज रजिस्टार के यहां दिए गए जो कंपनी को अपने नाम हस्तांतरित करने के लिए थे। सुनील ने रजिस्ट्री ऑफिस में मां के जीवित होने का शपथ पत्र दिया। जबकि मां की मौत शपथ पत्र देने के सात दिन पहले ही हो गई थी। जिन दो गवाहों के शपथ पत्र पर हस्ताक्षर है,वे भी अंतिम संस्कार में शामिल थे।

कुछ दिन बाद ही सुनील ने कंपनी के 29 करोड़ रूपये दोस्त की कंपनी को ट्रांसफर कर दिए। जब इस फर्जीवाड़े की जानकारी विजय गुप्ता को हुई तो उन्होंने विरोध किया। इस पर सुनील ने उन्हें जान से मरने की धमकी दी। कोतवाली सेक्टर-20 के प्रभारी निरीक्षक मनोज पंत ने बताया कि मामले की प्राथमिक जांच से पता चला कि वादी को करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है। वही, मां के जीवित होने का गलत शपथ पत्र भी दिया गया है। इस मामले में नवी मुंबई निवासी सुनील गुप्ता, उसकी पत्नी राधा गुप्ता और बेटे अभिषेक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है।