जापान में तूफान हगिबिस में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हुई (लीड-2)

टोक्यो (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – जापान के मध्य और पूर्वी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के साथ-साथ प्रलयकारी तूफान हगिबिस के कारण रविवार तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 13 लोग लापता हैं। यहां कई नदियां उफान पर हैं और उनका पानी आवासीय क्षेत्रों में घुस गया है। समाचार एजेंसी एफे ने सार्वजनिक प्रसारणकर्ता एनएचके के हवाले से कहा कि देशभर में लगभग 149 लोग घायल हुए हैं और मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।

एनएचके ने नदियों में रविवार तड़के बाढ़ के कारण जलमग्न हुए आवासीय इलाकों और बचाव अभियानों के फूटेज प्रसारित किया है।

तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक नागानो प्रांत में मूसलाधार बारिश के कारण चिकूमा नदी में बाढ़ आ गई, जिससे समीपवर्ती क्षेत्र जलमग्न हो गए और कई वाहन बाढ़ में बह गए।

कहा जा रहा है कि तीन लोगों को बचा लिया गया, लेकिन तीन लोग अभी भी लापता हैं।

स्थानीय न्यूज एजेंसी क्योडो के अनुसार, तोशिगी प्रांत के सानो में अकियामा नदी में बाढ़ आने से रिहायशी क्षेत्र जलमग्न हो गए और बचाव दल स्थानीय निवासियों को वहां से निकाल रहे हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने क्योडो न्यूज के हवाले से बताया कि बचावकर्मियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, इस बीच 14 लोगों के लापता होने की खबर है।

पुलिस और दमकल विभाग के कर्मियों के अनुसार, ओप्पे नदी अपना तट तोड़कर कावागोए शहर में शिमो-ओसाका जिले में बाढ़ ले आई है।

प्रशासन ने कहा कि टोक्यो के उत्तर में साईतामा परफेक्च र में बाढ़ के कारण लगभग 260 लोग एक नर्सिग होम में फंसे हुए हैं, जहां वरिष्ठ लोगों और स्टाफ कर्मियों को बचाने के लिए नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

आठ प्रांतों में लगभग 14,000 घरों में जलापूर्ति बाधित हो गई है।

रविवार सुबह पांच बजे तक मियागी प्रांत के मारूमोरी में 4,540 घरों में जलापूर्ति नहीं हुई थी।

इस बीच, इबाराकी परफेक्च र के सुकुबामिराई में 4,200 घरों, गुनमा परफेक्च र के कानरा में 1,200 घरों और कानागावा परफेक्च र के यामाकिता में जलापूर्ति बाधित हो गई थी।

प्रलयकारी तूफान के कहर के कारण अधिकतर भागों में मूसलाधार बारिश और चक्रवाती हवाएं कहर बरपा रही हैं। माना जा रहा है कि देश में पिछले 60 सालों में यह सबसे विनाशकारी तूफान है।

हगिबिस यहां टोक्यो के दक्षिण-पश्चिम में इजु प्रायद्वीप पर शनिवार शाम सात बजे से कुछ देर पहले आया।

देशभर में लगभग 50 भूस्खलन हुए, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में कई घरों के दबने और लोगों की मौत होने की सूचना है।

एनएचके ने कहा कि हालांकि सभी सेवाएं धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं, लेकिन रविवार को 800 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं।