70 वर्षीय कोरोना संदिग्ध बुजुर्ग की मौत, अंतिम स्नान के नाम पर उपस्थित लोगों को पैर धोकर पानी पीने के लिए दिया, FIR दर्ज करने का काम शुरू

पुणे : देश में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज पुणे में ही है, ऐसे में एक चौंकानेवाली घटना सामने आई है। 70 वर्षीय कोरोना संदिग्ध बुजुर्ग की मौत के बाद उसके रिश्तेदार प्रशासन से अनुरोध कर के शव को घर ले आए। घर में उनकी अंतिम विधी पूरी की। सबसे बड़ी बात यह है कि उस बुजुर्ग की अंतिम विधि के दौरान उनके पैर धो कर उपस्थित लोगो को वही पानी पीने के लिए देने की जानकारी सामने आई है। इस घटना की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। इस मामले में एफआईआर दर्ज किया जा रहा है।

इस मामले में लोणी कालभोर पुलिस थाने में सरकार के नियमो का पालन न करने पर 188 व अन्य धारा के अनुसार एफआईआर किया जाएगा। साथ ही पानी पीने वालो की जांच की जा रही है। वही अंतिम विधि में भीड़ इकट्ठा करने का मामला दर्ज किया जा रहा है। यह जानकारी लोणी कालभोर पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र मोकाशी ने दी है। साथ ही यह पूछताछ भी की जा रही है कि वो कोरोना पॉजिटिव थे क्या।

मिली जानकारी के अनुसार लोणी कालभोर पुलिस थाने की सीमा में कदमवाक बस्ती में यह घटना हुई है। 70 वर्षीय बुजुर्ग का इलाज बड़े अस्पताल में चल रहा था। दो दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई। इस बीच कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत होने पर उसका शव परिवार के लोगो को न देकर प्रशासन ही अंतिम संस्कार करती है। हालांकि इस कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के रिश्तेदारो अस्पताल प्रशासन से अनुरोध कर शव को अपने घर ले आए। अंतिम स्नान के नाम पर वे शव को घर लाए थे। दर्जनभर महिलाओं ने अंतिम स्नान करवाया। चौंकानेवाली बात यह है कि रिश्तेदारो ने उसके पैर धो कर पानी पीने की शुरुआत कर दी। एक कार्यकर्ता ने इसका विरोध किया, लेकिन उसे चुप रहने को कहा गया और अंतिम संस्कार की विधि पूरी की। इस घटना से खलबली मची हुई है।

अब पुलिस ने ग्राम सेवक और अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है। वही संबंधित अस्पताल से पूछताछ की जानी है। उस संबंधित कार्यकर्ता द्वारा इस घटना को व्हाट्स एप ग्रुप पर डालने के बाद यह जानकारी सामने आई है।