गूगल, अमेजन, एफबी, टि्वटर जैसे बड़ी कंपनियों के लिए यूपी में बन रहा डेटा सेंटर, जून 2022 में होगा तैयार  

लखनऊ. ऑनलाइन टीम 
उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ी खबर और देश के लिए गर्व की बात है। गूगल, अमेजन, फेसबुक, यूट्यूब और सेंट्रल कोर्ट जैसी दुनिया की नामचीन कंपनियों ने योगी के उत्तर प्रदेश को अपने लिए काफी मुफीद माना है। उन्होंने भरोसे के कारण अपना डाटा उत्तर प्रदेश में रखने का बड़ा फैसला लिया है। अभी तक भारत में पर्याप्त डेटा सेंटर न होने के कारण उत्तर प्रदेश समेत देश के तमाम हिस्सों का डेटा विदेशों में रखा जाता है। डेटा सेंटर पार्क बनने के बाद अपने देश में ही अपने डेटा सुरक्षित रख सकेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर कुछ समय से देश भर में इस तरह के डेटा सेंटर बनाने की योजना पर काम हो रहा है।

डेटा सेंटर बनने की शुरुआत हो गई है। नोएडा में करीब 6,000 करोड़ रुपये के निवेश से यह  डेटा सेंटर बन रहा है। जून 2022 तक यूपी का यह पहला डेटा सेंटर काम करना शुरू कर देगा। डेटा सेंटर की शुरुआत के साथ ही गूगल, अमेजन, फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और सेंट्रल कार्ट समेत देश और दुनिया की करीब 12 से अधिक कंपनियां अपना डेटा सुरक्षित रख सकेंगी। अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस यह अपनी तरह का पहला डेटा सेंटर पार्क होगा। बता दें कि डेटा सेंटर नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सर्वर का एक बड़ा समूह है। इसके जरिए बड़ी मात्रा में डेटा भंडारण, प्रोसेसिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए कंपनियों द्वारा उपयोग किया जाता है।

मुंबई के हीरानंदानी समूह ने 20 एकड़ में बनने वाले डेटा सेंटर का निर्माण शुरू कर दिया है। 250 मेगावॉट क्षमता वाले इस डेटा सेंटर पार्क से 2,000 युवाओं को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिल सकेगा। वहीं, 20 हजार से अधिक लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार और व्यापार का अवसर मिलेगा।

डेटा सेंटर के क्षेत्र में निवेश के लिए रैक बैंक, अडानी समूह और अर्थ कंपनियों ने 10,000 करोड़ रुपये के भारी भरकम निवेश का प्रस्ताव यूपी सरकार को दिया है। इसको लेकर भी योगी सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। योगी सरकार डेटा सेंटर के सेक्टर में व्यापक संभावनाओं को देखते हुए इसके लिए अलग नीति भी बना रही है।  यह उत्तर भारत का सबसे अत्याधुनिक और बड़ा डेटा सेंटर होगा।