महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस का खतरा! सरकार की चिंता बढ़ी, 20 सैंपल में मिले डेल्टा प्लस वेरिएंट

मुंबई : ऑनलाइन टीम- कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा महाराष्ट्र एक नए संकट खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र में डेल्टा-प्लस वेरिएंट के सात मामले मिले हैं। इससे स्वास्थ्य प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

राज्य के पांच जिलों से एकत्र किए गए 20 नमूनों में डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि फिलहाल नमूने जीनोम सिक्वेंस के लिए भेजे गए हैं।

अच्छी खबर यह है कि मुंबई में लिए गए किसी भी नमूने में यह संस्करण नहीं मिला है। नवी मुंबई, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और जलगांव जिलों से एकत्र किए गए नमूनों में डेल्टा-प्लस वेरिएंट के मरीज पाए गए। अब तक 20 सैंपल में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिल चुका है। हालांकि, अधिकारी ने कहा कि नमूने अंतिम पुष्टि के लिए एनआईवी भेजे गए हैं।

राज्य में तीसरी लहर के साथ डेल्टा प्लस संस्करण होने की संभावना जताई जा रही है और विशेषज्ञों ने राज्य को इसे लेकर चेतावनी दी है। आशंका जताई जा रही है कि इस वैरिएंट से मरीजों की संख्या 8 लाख तक पहुंच जाएगी। साथ ही, इसमें 10 प्रतिशत बच्चे शामिल हो सकते हैं, ऐसा  हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है।

हमें नवी मुंबई, पालघर और रत्नागिरी डेल्टा प्लस वेरिएंट मिले। हमने तब से और नमूने लिए हैं और उन्हें परीक्षण के लिए भेजा है। हालांकि, उनकी रिपोर्ट आना बाकी है, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय (डीएमईआर) के निदेशक डॉ. तात्याराव लहाने ने कहा।

पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, रत्नागिरी, सतारा और सांगली जैसे जिलों में कोरोना की हालत गंभीर है। इन जिलों में कोरोना के मरीज ज्यादा हैं और पॉजिटिविटी रेट भी ज्यादा है। डेल्टा प्लस वेरियंट के मिले 7 मरीजों में से पांच रत्नागिरी के हैं। रत्नागिरी जिले की पॉज्टिविटी रेट 13.7 है।

सिविल सर्जन डॉ. संगमित्र गावड़े ने कहा कि हमने रत्नागिरी में तत्काल कंटोनमेंट जोन बनाया है और कुछ गांवों को सील कर दिया है। साथ ही दो संक्रमित मरीजों में कोई लक्षण नहीं थे।

तीसरी लहर का खतरा बरकरार

राज्य में कोरोनावायरस की तीसरी लहर की चर्चा है। राज्य द्वारा नियुक्त टास्क फोर्स ने बुधवार को यह जानकारी दी। टास्क फोर्स ने कहा कि अगर कोविड के नियमों का ठीक से पालन नहीं किया गया तो एक से दो महीने में राज्य में तीसरी लहर का डर है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक दवाएं, चिकित्सा उपकरण और पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराने के आदेश मुख्यमंत्री ने दिया।

कोरोना वायरस की तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक हुई थी। इस बैठक में कोरोना वायरस के एक वेरिएंट डेल्टा प्लस से राज्य में तीसरी लहर में प्रवेश करने की उम्मीद है। इस प्रकार के मरीज राज्य के कुछ जिलों में भी पाए जा रहे हैं।