कोरोनाकाल में जमानत पर छूटे आरोपी की निर्मम हत्या

पुणे सामाचर ऑनलाइन – इंद्रायणी नदी घाट पर मिली लाश की गुत्थी को सुलझाने में पिंपरी चिंचवड़ की आलंदी पुलिस को सफलता मिली है। यह लाश हत्या के आरोप में जेल में रहे और कोरोना काल में जमानत पर छूटे एक आरोपी की है। लूटपाट के इरादे से दो लड़कों ने उसकी हत्या कर दी, ऐसा जांच में सामने आया है। बिना किसी सुराग के पुलिस ने हत्या की इस गुत्थी को सुलझाते हुए दोनों लड़कों को धरदबोचा है। फिलहाल उनके एक अन्य साथी की तलाश जारी रहने की जानकारी पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में दी।

महादेव शाम खंदारे (30, निवासी तलेगांव दाभाडे, मावल, पुणे) ऐसा मृतक का नाम है। उसे हत्या के आरोप में तलेगांव दाभाडे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसे येरवडा जेल भेजा गया था। कोरोना काल में उसे शर्तिया जमानत पर छोड़ा गया था। हालांकि उसने किसी भी शर्त या नियमों का पालन नहीं किया। जेल से बाहर आने के बाद वह कुछ दिन पहले ही कर्नाटक से लौटा था। उसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने संतोष उर्फ कांच्या केरबा कांबले (19, निवासी कालेवाडी- देहूफाटा, आलंदी), केतन प्रकाश शिंदे (18, निवासी आलंदी नगर परिषद के पास की झोपडपट्टी, आलंदी) नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में देविदास उर्फ देव्या बबन चौरे (निवासी हडपसर, पुणे) नामक उनका साथी फरार है, उसकी खोजबीन शुरू है।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि, 23 फरवरी को धीरज संजय कुबेर (30, निवासी आलंदी, पुणे) ने आलंदी पुलिस को इंद्रायणी नदी घाट पर एक लाश मिलने की खबर दी। सिर पर भारी वस्तु से प्रहार कर हत्या करने के बाद पत्थरों से उसका चेहरा कूच दिया गया था। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। इस वारदात में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। लाश के पास से मोबाइल से शिनाख्त करने में मदद मिली लेकिन आरोपियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस की दो टीमें छानबीन में जुट गई। इंद्रायणी नदी घाट इलाके में हमेशा घुमनेवालों की जानकारी जुटाकर आरोपियों तक पहुंच बनाई। संतोष और केतन ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने अपने साथी देवीदास की मदद से महादेव खंदारे की हत्या की। ऐसा उन्होंने महादेव के पास के पैसे आदि लूटने के चक्कर में किया क्योंकि वह उनका प्रतिकार कर रहा था। दोनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर स्वरूप के आपराधिक मामले दर्ज हैं। महादेव के खिलाफ भी 2016 में तलेगांव दाभाडे पुलिस में हत्या का मामला दर्ज है।

ग्रामीण इलाकों में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को ध्यान में लेकर ग्राम सुरक्षा दलों को सक्रिय किया जाएगा, यह बताते हुए पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने कहा कि, पुलिस के साथ ग्राम सुरक्षा दलों को ग्रामीण इलाकों में गश्त बढाने के आदेश दिए गए हैं। बहरहाल इस वारदात को सुलझाने में आलंदी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर साबले, उपनिरीक्षक सुरेखा सागर, बापू जोंधले, पुलिस अंमलदार राजाराम लोणकर, बालासाहेब खेडकर, नितीन सालुंखे, बाजीराव सानप, गजानन आडे, कैलास गर्जे, त्रिमूर्ती भोंडवे, दत्तात्रय टोके, संदीप रसाल, रामदास मुकणे, मछिंद्र शेंडे के समावेश वाली टीम ने अहम भूमिका निभाई।