सीआरपीएफ जवान के साथ बेहरमी से पिटाई करनेवाले पुलिसवालों की होगी जांच

पुणे : समाचार ऑनलाइन – बारामती में पुलिस स्टेशन में सीआरपीएफ के जवान के साथ हुई मारपीट के मामले में जांच के आदेश विशेष महानिरीक्षक विश्वास नांगरे पाटिल ने दिए हैं। यह जांच बारामती के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप पखाले को सौंपे गए हैं।
पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों की शोक सभा के लिए अनुमति मांगने के लिए गए सीआरपीएफ जवान को बारामती तहसील पुलिस स्टेशन में एक कमरे में बंद कर बेहरमी से पीटा गया। अशोक इंगवले ऐसा जवान का नाम है। इस दौरान इंगवले के हाथ में गंभीर चोटें आयी हैं।
महीने भर की छुट्टी के लिए अशोक इंगवले आया हुआ था, वह सोनगांव (बारामती) का निवासी है। शिवजयंति के अवसर पर गांव में पांच दिनों का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धाजंली देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया था। इस शोक सभा के लिए बारामती तहसील पुलिस स्टेशन में अधिकारियों को निमंत्रण देने के लिए सीआरपीएउ 118 बटालियन का जवान अशोक इंगवले और उनके भाई पूर्व सैनिक किशोर इंगवले गए थे। इस दौरान उनके साथ बाइक पर एक नाबालिग लड़का भी आया हुआ था।
आप बाइक पर ट्रीपल सीट क्यों आए, सेना की वर्दी पहने हुए अशोक इंगवले के साथ पुलिसवालों ने गाली गलौज और मारपीट की। इंगवले ने पुलिसवालों को कहा कि मैं किस वजह से आया हूं, आप वह देखें, ऐसी विनंती की। लेकिन पुलिसवाले इंगवले की कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। पुलिसवालों ने इंगवले को एक कमरे में बंद कर दिया और मारपीट की। 10 से 15 पुलिसवालों द्वारा मारपीट किए जाने का आरोप इंगवले ने किया है।