धर्मनिरपेक्षता की संकल्पना को रद्द करने की कुटिल साजिश, सीएए, एनआरसी, एनपीआर विरोधी जनसभा में

पिंपरी। सँवाददाता : सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ संविधान बचाओ समिति, पिंपरी चिंचवड शहर की ओर से निगड़ी के भक्ति- शक्ति चौक से पिंपरी चौक तक विशाल तिरंगा रैली निकाली गई। पिंपरी चौक स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक के पास पहुंचने के बाद यह रैली एक जनसभा में तब्दील हो गई। इस सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी डॉ सुषमा अंधारे ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने हमारे देश में धर्मनिरपेक्षता की संकल्पना को ही खत्म करने की कुटिल साजिश रची है।
इस तिरंगा रैली और जनसभा में उलेमा कौन्सिल के पिंपरी चिंचवड शहराध्यक्ष मौलाना फैज अहमद फैजी, कुलजमात तंजीम के मार्गदर्शक मौलाना अब्दुल गफार अशरफी, मौलाना नय्यर नूरी, मौलाना अलीम अन्सारी, हाजी गुलाम रसुल, एस. अझीम, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मानव कांबले, पूर्व नगरसेवक मारुती भापकर, प्रताप गुरव, डॉ. सुरेश बेरी, धम्मराज सालवे, संतोष जोगदंड, एड. मनिषा महाजन, कॉ. गणेश दराडे, हाजी युसूफ कुरेशी, मौलाना अब्दुल गफार, कारी इक्बाल उस्मानी, मनोहर पद्मन, राम नलावडे, विशाल जाधव, कपील मोरे, संजय बनसोडे, चंद्रकांत यादव, गोकुल बंगाल, सुधीर मुरुडकर आदि शामिल थे।
डॉ अंधारे ने सरकार की निजीकरण की नीतियों पर कड़े शब्दों में प्रहार करते हुए कहा कि, एनआरसी सर्वे के लिए घर आनेवाले अधिकारियों को अपने प्रमाण पेश करने से पहले उनसे सवाल पूछे कि, हमारे एकाउंट में जमा होनेवाले 15 लाख रुपए का क्या हुआ? मेक इन इंडिया का क्या हुआ? देश का जीडीपी बढ़ने वाला था, उसका क्या हुआ? आप चाय बेचते थे ठीक है, मगर एयर इंडिया, एलआईसी, रेलवे को बेचने की बात तो तय नहीं हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चाय के साथ देश बेचने की तैयारी की है। अपनी इन्हीं सब नाकामियों को छिपाने के लिए सीएए, एनआरसी, एनपीआर कानून के पचड़े में लोगों को उलझाने की कोशिश की जा रही है। देश की धर्मनिरपेक्षता की संकल्पना को रद्द कर संविधान में जैसे मर्जी वैसे बदलाव लाने की साजिश भाजपा ने रची है। इस साजिश को नाकाम बनाने की अपील उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से की।