फर्जी ईपास बनानेवाले पर क्राइम ब्रांच ने कसा शिकंजा

पुणे। महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य सरकार और प्रशासन ने तालाबंदी के साथ ही जिलाबन्दी भी लागू कर दी है। इसके अनुसार जरूरी कारण से एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए पुलिस से ईपास लेने की अनिवार्यता की गई है। इस अनिवार्यता के साथ ही ईपास का फर्जीवाड़ा भी शुरू हो गया है। पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच के सोशल सिक्योरिटी सेल ने एक ऐसे ही फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है।
सोशल सिक्योरिटी सेल ने पुलिस द्वारा जारी किए जाने वाले ईपास की तरह फर्जी ईपास बनाकर उसकी बिक्री करने के मामले में धनाजी गंगनमले (29, निवासी भेकराईनगर, फुरसुंगी, पुणे) नामक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ हडपसर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। वह पुलिस की वेबसाइट पर से ईपास में फेरबदल कर फर्जी ईपास बनाता था। यही नहीं उसके ईपास पर भी महाराष्ट्र पुलिस का लोगो होता था।
पुलिस को धनाजी द्वारा फर्जी ईपास बनाकर देने की जानकारी मिली थी। इसके अनुसार सोशल सिक्योरिटी सेल की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शिल्पा चव्हाण, सहायक निरीक्षक जुबेर मुजावर, उपनिरीक्षक श्रीधर खडके, पुलिस नाईक इरफान पठाण के समावेश वाली टीम ने फुरसुंगी की पापडे बस्ती में धनाजी के घर पर छापा मारा। इसमें वह अपने घर में ही फर्जी ईपास बनाकर उन्हें बेचने की बात सामने आयी है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर हड़पसर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया है। उसके साथ इस फर्जीवाड़े में और कौन शामिल है आदि की जांच की जा रही है।