क्राइम ब्रांच ने कसा मोबाइल चोरों पर शिकंजा

पिंपरी। सँवाददाता – मोबाईल की दुकान में सेंध लगाकर लैपटॉप, मोबाईल फोन चोरी करने के मामले में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 5 की टीम ने एक नेपाली चोर को गिरफ्तार किया है। अन्य एक कार्रवाई में यूनिट 5 की टीम ने राहगीरों से मोबाइल छीनने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके एक किशोर उम्र के साथी को हिरासत में लिया है। उनसे भी दो मोबाइल फोनों की बरामदगी हुई है।
मोबाइल दुकान में सेंधमारी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम जनककुमार विक्रम साही (38, निवासी चिखली, पुणे मूल निवासी ओमकाना, जि. दैलीक, नेपाल) है। उसके पास से चोरी किये गए मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल आदि ढाई लाख रुपए का माल बरामद किया गया है। मोबाइल झपटने के मामले में गिरफ्तार आरोपी का नाम अब्दुल शब्बीर अब्दुल कादर शेख (20, निवासी भारतनगर, बांद्रा ईस्ट, मुंबई, मूल निवासी विकासनगर, देहुरोड) है।
क्राइम ब्रांच यूनिट 5 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत से मिली जानकारी के अनुसार, कर्मचारी धनराज किरनाले और दत्तात्रय बनसुडे को पैट्रोलिंग के दौरान मुखबिर से पता चला कि, देहुरोड के सेंट्रल चौक में चोरी के मोबाइल फोन की बिक्री के लिए एक आरोपी आने वाला है। इसके अनुसार सेंट्रल चौक में जाल बिछाकर जनककुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर जनवरी में सोमाटणे फाटा स्थित एक मोबाईल दुकान से सेंधमारी की वारदात स्वीकारी। उसके पास से एक लैपटॉप, 10 मोबाईल फोन और वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई है। उसे गिरफ्तार कर  तलेगांव दाभाडे पुलिस के हवाले किया गया है।
दूसरी कार्रवाई में यूनिट5 के कर्मचारी फारूक मुल्ला और संदीप ठाकरे को मुखबिर से खबर मिली कि दो लोग देहुरोड में चोरी के मोबाइल बेचने के लिए आने वाले हैं। इसके अनुसार पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। उन्होंने कुछ दिन पहले लेखा फार्म के पास एक व्यक्ति को रोककर उसका मोबाइल छीन लिया था। उनसे दो मोबाइल फोन बरामद करने के बाद अब्दुल शेख और नाबालिग साथी को देहूरोड पुलिस के हवाले किया गया। दोनों कार्रवाई को यूनिट 5 के सहायक पुलिस निरीक्षक राम गोमारे, कर्मचारी दत्तात्रय बनसुडे, धनराज किरनाले, मयूर वाडकर, फारुक मुल्ला, संदीप ठाकरे, गणेश मालुसरे, दयानंद खेडकर, राजकुमार इघारे, ज्ञानेश्वर गाडेकर, धनंजय भोसले, स्वामीनाथ जाधव, भरत माने, श्यामसुंदर गुट्टे, गोपाल ब्रम्हांदे की टीम ने अंजाम दिया।