कॉसमॉस बैंक के पौने छह करोड़ हासिल करने में सफलता

पुणे। सँवाददाता – साइबर अटैक में चुराये गए पुणे के कॉसमॉस बैंक के 94 करोड़ 42 लाख में से पांच करोड़ 73 लाख रुपए पुनः हासिल करने में पुणे की साइबर पुलिस को सफलता मिली है। साइबर चोरों ने ये पैसे हांगकांग के हेनसेंग बैंक में जमा किये थे। साइबर अटैक में चोरी किये गए पैसे विदेश से वापस हासिल करने का यह महाराष्ट्र का पहला मामला है। इस मामले में पुणे साइबर पुलिस ने मुंबई, मुंब्रा, भिवंडी, कोल्हापुर, पुणे व इंदौर शहरों के एटीएम से पैसे निकालने वाले 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कॉसमॉस बैंक के गणेशखिंड रोड स्थित मुख्यालय के एटीएम स्विच (सर्वर सिस्टम) पर 11 अगस्त 2018 को साइबर अटैक किया गया था। साइबर चोरों ने इस हमले में 94 करोड़ 42 लाख रुपये की चोरी की थी। इसके बाद 26 देशों के विविध बैंकों के एटीएम से पैसे निकाले गए। अकेले हॉंगकॉंग के हेनसेंग बैंक में 13 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि ऑनलाईन जमा कराई गई थी। ये पैसे पुनः हासिल करने के लिए पुणे साइबर पुलिस ने हेनसेंग बैंक, अदालत और वहां की सरकार से तत्काल पत्राचार किया। करीब 10 करोड़ रुपए सील किए गए और उन पैसों को हासिल करने की कोशिशें जारी थी।
हॉंगकॉंग के न्यायालय में सोमवार की सुबह पूरी प्रक्रिया हुई जिसके बाद कॉसमॉस बैंक के एकाउंट में 5 करोड़ 73 लाख रुपये जमा हुए। गौरतलब हो कि कॉसमॉस बैंक पर साइबर अटैक के मामले की जांच के लिए आर्थिक व साइबर अपराध शाखा की ओर से एक एसआइटी (विशेष पुलिस दस्ता) गठित की गई है। इसमें साइबर अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जयराम पायगुडे समेत अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों का समावेश किया गया है। साइबर चोरी में विदेश से पैसे हासिल करने का यह महाराष्ट्र का पहला मामला है। इसे पुणे पुलिस की साइबर अपराध शाखा की बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।