कॉसमॉस बैंक साइबर हमला मामले में और दो गिरफ्तार

पुलिस ने औरंगाबाद और नांदेड से लिया हिरासत में

पुणे समाचार ऑनलाइन
कॉसमॉस बैंक में साइबर हमले के बाद राज्य ही नहीं पूरा देश दहल उठा था, इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुणे पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की। पुणे पुलिस की अपराध शाखा की साइबर क्राइम सेल ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। शेख मोहम्मद अब्दुल जब्बार (28, आयशा मस्जिद के पास, मिर्जा कॉलनी, औरंगाबाद) और महेश साहबराव राठौड़ (नांदेड) को गिरफ्तार किया गया है।
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दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था, प्रथमवर्ग न्यायदंडाधिकारी एन.के. खराडे ने 18 सितंबर तक पुलिस कस्टडी सुनायी है। आरोपियों ने बड़ी प्लानिंग के तहत यह अपराध किया है। बैंक का सर्वर हैक होनेवाला है, यह जानकारी मिलने के बाद अलग अलग जगह के आरोपी कोल्हापुर आए थे। आरोपियों ने पैसे निकालने के लिए 95 क्लोन एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया है। जब्बार और राठौड ने कितनी रकम निकाली थी, अबतक इसकी जानकारी नहीं मिली है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
कॉसमॉस बैंक का मुख्य सर्वर पर साइबर हमला कर 94 करोड़ रुपए चोरी कर लिए गए थे। पुलिस ने मुंबई, इंदौर, कोल्हापुर से सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों का फोटो तैयार किया था। मोबाइल की जानकारी और आरोपियों के फोटो के जरिए भिवंडी, औरंगाबाद, हैदराबाद, गोवा और विरार में मौजूद होने की बात सामने आयी थी। इस जांच में यह बात सामने आयी है कि पांच लोगों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया गया। अब तक पुलिस ने 3 लाख 55 हजार रुपए जब्त किए हैं।
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11 से 13 अगस्त के दरम्यान कॉसमॉस बैंक पर साइबर हमला कर 94 करोड़ 42 लाख रुपए लूट लिए गए थे। जिसमें से ढाई करोड़ की रकम भारत के विभिन्न एटीएम केंद्र से निकाली गई थी। जिसमें 413 नकली डेबिट कार्ड के जरिए 2 हजार 849 पैसे निकाले गए थे। 12 हजार बार वीजा कार्ड द्वारा पैसे निकाले गए थे। जिसमें से 78 करोड़ और स्वीफ्ट के जरिए 13 करोड़ 92 लाख रुपए पैसे निकाले गए थे। इस मामले में सुहास सुभाष गोखले ने शिकायत दायर की थी।
आरोपियों ने फर्जी कार्ड कहां से बनवाए, उन्होंने बैंक का डाटा कैसे हासिल किया, बैंक का सर्वर हैक होनेवाला है, यह जानकारी कैसे मिली। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का अपराध है, जिसकी जांच के लिए 14 दिन के पुलिस कस्टडी की मांग की गई थी। कोर्ट ने आरोपियों को 18 सिंतबर तक पुलिस कस्टडी सुनायी है।