नगरसेवक बालासाहेब ओव्हाल भाजपा से निष्कासित

पुणे : समाचार ऑनलाइन – महायुति के बागियों के खिलाफ कार्रवाई करने के दिये जा रहे संकेत गुरुवार को तब सच साबित हुए जब भाजपा ने अपने बागियों पर कार्रवाई की गाज गिराने की शुरुआत कर दी। इसके पहले चरण में पिंपरी चिंचवड़ मनपा में भाजपा नगरसेवक बालासाहेब ओव्हाल भी शामिल हैं जिन्होंने पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से बतौर निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल किया है। उनके अलावा तुमसर में चरण वाघमारे, मीरा भाईंदर में गीता जैन और लातूर अहमदपुर में दिलीप देशमुख को भाजपा से निष्कासित किया गया है।

विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिहाज से महायुति में शामिल पार्टियों की भूमिका स्पष्ट करने के लिए बीते दिन एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे ने स्पष्ट किया था कि, महायुति के बागियों के खिलाफ दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं द्वारा जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। उनका इशारा चिंचवड़ विधानसभा से शिवसेना के बागी नगरसेवक राहुल कलाटे, पिंपरी विधानसभा में भाजपा के बागी पूर्व नगरसेवक भीमा बोबडे, मौजूदा नगरसेवक बालासाहेब ओव्हाल और अमरावती के दरियापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की बागी व पिंपरी चिंचवड़ मनपा स्थायी समिति की पूर्व अध्यक्षा सीमा सावले की ओर था।

विधानसभा चुनाव में भाजपा- शिवसेना की महायुति है, इसमें शामिल सभी पार्टियों के कार्यकर्ता महायुति के प्रत्याशियों का एक दिल से प्रचार करेंगे। कुछ अति उत्साही लोगों ने निर्दलीय के तौर पर नामांकन भरकर बगावत की है। उन्हें महायुति का कोई घटक दल और उसका कार्यकर्ता समर्थन नहीं देगा। शिवसेना के नगरसेवक राहुल कलाटे ने नामांकन भरा है मगर शिवसेना से उन्हें कोई मदद या समर्थन नहीं मिलेगा। दो दिन के भीतर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, यह भी सांसद बारणे ने बताया था।

इसके ठीक दूसरे ही दिन भाजपा ने बागियों के खिलाफ कार्रवाई करने की शुरुआत कर दी है। इस कड़ी में पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से निर्दलीय मैदान में उतरे नगरसेवक बालासाहेब ओव्हाल समेत राज्यभर से चार बागियों को भाजपा से निष्कासित किया गया है। अब शिवसेना अपने बागियों के खिलाफ क्या एक्शन लेती है? इसकी उत्सुकता बढ़ गई है।