नई दिल्ली, 2 दिसंबर
कोरोना के प्रादुर्भाव पर रोक लगाने वाले वैक्सीन की उपलब्धता की तरफ दुनिया भर की नज़रें लगी हुई है. भारत में भी वैक्सीन पर रिसर्च जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन के निर्माण की प्रक्रिया की समीक्षा करने के लिए अब तक तीन शहरों का दौरा कर चुके है। कोरोना की वैक्सीन के ईजाद के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि कोरोना की वैक्सीन सभी देशवासियों को दी जाएगी। ऐसा केंद्र ने कभी नहीं कहा है। उनके बयान से खलबली मच गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की वैक्सीन के निर्माण की प्रक्रिया की समीक्षा करने के लिए अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे का दौरा कर चुके है। साथ ही देशभर में वैक्सीकरण की मुहीम चलाने के लिए केंद्र ने पूरी तैयारी की है। इन सभी बातों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से जब पूछा गया कि देश में वैक्सीकरण की मुहीम पूरी करने में कितना समय लगेगा इस पर उन्होंने कहा कि पुरे देश को वैक्सीन दी जाएगी ऐसा केन्द्र ने कभी नहीं कहा।
आईसीएमआर का आकलन
इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के महासंचालक बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीन के रिजल्ट पर वैक्सीकरण निर्भर है. कोरोना का प्रसार फ़ैलाने वाले चेन को तोडना हमारा पहला लक्ष्य है। कोरोना गंभीर बीमारी होने की वजह से लोगों को वैक्सीन देकर कोरोना के चेन को हम तोड़ेंगे। फिर पुरे देश को वैक्सीन देने की जरुरत नहीं होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि फिलहाल देश में वैक्सीकरण किया जाएगा। ऐसा केन्द्र ने कभी नहीं कहा है। ऐसे वैज्ञानिक मुद्दों पर केवल वस्तुस्थिति संबंधित जानकारी के आधार ओर चर्चा होना महत्वपूर्ण है।