कोरोनावायरस : कोरोना ने ली 2,236 लोगों की बलि,  दुनिया भर में 75,000 से अधिक लोग संक्रमित

बीजिंग: समाचार ऑनलाइन– चीन से फैले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया दशहत में है. वहीं चीन में इसके कारण महामारी का खतरा मंडरा रहा है. चीन में अभी तक कोरोना संक्रमण के कारण 2,236 लोगों की मौत हो गई है. वहीं दुनियाभर में करीब 75,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं. इसका नकारात्मक प्रभाव कारोबार पर देखने को मिल रहा है. कोरोना ने कई चीजों के लिए कीमतें बढ़ा दी हैं। यह वायरस केवल चीन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया भर के लगभग 30 देशों को भी इसने अपनी चपेट में ले लिया है.

चीन में घर से बाहर निकलने पर प्रतिबन्ध

चीन ने कोरोनरी संक्रमण को रोकने के लिए दो राज्यों के लोगों को दूसरे राज्यों में जाने से प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं कुछ शहरों में, लोगों के बाहर जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

नोटों को अल्ट्रावायलेट किरणों से किया जा रहा है रोगाणुमुक्त

यही नहीं कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए चीन ने नोटों की सफाई शुरू कर दी है। सार्वजनिक स्थानों पर उपयोग किए गए नोट को नष्ट किया जाएगा. जनवरी के बाद बाजार में वितरित हुए नोट जमा कर, उनको अल्ट्रावायलेट किरणों द्वारा साफ किया जा रहा है। क्योंकि चीन में, अस्पतालों, बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर इस्तेमाल में आए नोटों से संक्रमण का खतरा है.

चीन की लैब में पैदा हुआ है कोरोना !

चर्चा है कि चीन की प्रयोगशाला में कोरोना वायरस का निर्माण हुआ है. किसी का कहना है कि वुहान के एक मछली बाजार से यह फैला है. वैज्ञानिक बोताओ शाओ और ली शाओ ने दावा किया है कि, चीन की सरकारी साउथ चाइना यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी के अनुसार, हुबेई प्रांत स्थित वुहान सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल (WHDC) द्वारा वायरस का निर्माण संभव है.

दवाओं में 40 से 70% की वृद्धि  

कोरोना वायरस के कारण भारत में पेरासिटामोल सहित कई दवाओं की कीमत 40 से 70 प्रतिशत तक बढ़ गई है। दवाओं की आपूर्ति प्रभावित हुई है और दर्द निवारक दवाओं की कीमत बढ़ी है। ज़ेडस कैडिला फार्मा कंपनी के अध्यक्ष पंकज पटेल के अनुसार, आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले पेरासिटामोल की कीमत में लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं अजिथ्रोमाइसिन एंटीबायोटिक्स की कीमत 70%  बढ़ गई है। अगर आने वाले दिनों में कच्चे माल की आपूर्ति सुचारू नहीं हुई, तो समस्या बढ़ सकती है।