Coronavirus : साधारण दवाई भी सरकारी अस्पताल में उपलब्ध नहीं,’ बालासाहेब थोरात का मुख्यमंत्री को पत्र

मुंबई : कोरोना पॉजिटिव 85 प्रतिशत मरीजों सिर्फ आईसोलेशन में ही ठीक हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए आवश्यक दवाई आसानी से उपलब्ध होना बहुत जरूरी है। हालांकि पॉजिटिव मरीज को देनेवाली साधारण दवाई भी सरकारी अस्पताल, कोविड सेंटर में उपलब्ध नहीं है। इसलिए मरीजो की स्थिति बिगड़ रही है और आगे के इलाज के लिए दवाई उपलब्ध होने के लिए कार्यवाही हो, यह मांग राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है।

बालासाहेब थोरात ने पत्र में लिखा है कि अहमदनगर जिले में हाल ही में तालुका निहाय दौरा किया। स्थानीय स्तर पर जाकर चर्चा की। स्वैब लेने के बाद रिपोर्ट आने में 24 से 48 घंटे का समय लगता है। इस दौरान स्वैब देनेवाले मरीज को आइसोलेट नहीं किया जाता है। अनेक तालुके में रैपिड एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध नहीं है। इसलिए कुछ तालुके में मरीजो का टेस्ट नहीं हो रहा है। मरीजो की संख्या घटते हुए दिख रहा है लेकिन वस्तुस्थिति वैसी नहीं है।

साथ ही लोगों में लक्षण दिखने के बाद HR CT करने की ओर लोगों का झुकाव हो रहा है। इसलिए स्कैनिंग सेंटर पर भीड़ बढने लगी है। यह जगह भी संक्रमण का कारण बन रहा है। इसलिए डॉक्टर के परामर्श के बिना HRCT न करना और आवश्यकता न होने पर HRCT न करने को लेकर नीति निर्धारित करना आवश्यक है। कई डॉक्टर मरीज को जरूरत न होने के बाद भी रेमडेसिविर इंजेक्शन देने की सलाह देते दिख रहे हैं। इस बारे में राज्य स्तर पर रेमडेसिविर इस्तेमाल को लेकर स्पष्ट निर्देश चिकित्सा व्यवसायी को देना आवश्यक है। ऐसा मंत्री बालासाहेब थोरात ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कहा है।

बीते 6 दिन में 4 लाख 42 हजार मरीज हुए कोरोना मुक्त

कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की पृष्ठभूमि पर पिछले 6 दिनों में राज्य में 4 लाख 42 हजार 466 मरीजों ने कोरोना को हराया है। कल 71 हजार 736 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया हौ। इसमें सबसे ज्यादा 13 हजार 674 मरीज पुणे के थे, ऐसा स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है। राज्य में पिछले दो महीने से रोजाना कोरोना मरीजों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़त हो रही थी। प्रतिदिन लगभग 60 हजार नए मरीज मिल रहे हैं। 18 अप्रैल को अब तक का सबसे अधिक 68 हजार 631 मरीज एक ही दिन मिले थे। दिन-प्रतिदिन ठीक होनेवाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है, यह राहत पहुंचानेवाली बात है।