‘इस’ वजह से पुणे में बढ़ा कोरोना का कहर, टाटा इंस्टीट्यूट सर्वेक्षण का रिपोर्ट

पुणे : ऑनलाइन टीम – महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। आये दिन नए-नए मरीज सामने आ रहे है। दरअसल स्कूलों और कॉलेजों के शुरू होने के बाद कोरोना का प्रसार बढ़ा है। राहत की बात यह है कि अभी तक युवाओं में कोरोना के लक्षण नहीं दिखे है। टाटा इंस्टीट्यूट सर्वेक्षण के अनुसार, मॉल, रेस्तरां और शादी समारोहों के कारण कोरोना भी तेजी से बढ़ रहा है।

संभागीय आयुक्त सौरभ राव ने स्पष्ट किया है कि कोरोना समीक्षा बैठक में अधिक प्रतिबंध लगाने की कोई योजना नहीं है। टाटा इंस्टीट्यूट को एक बार फिर से चल रहे टीकाकरण और कोरोना स्थिति के अध्ययन पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। इसके बाद 12 मार्च को अजीत पवार की अध्यक्षता में बैठक होगी। सौरभ राव ने कहा कि बैठक अगले प्रतिबंधों पर फैसला होगी।

शहर और जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, संचालन समिति की बैठक ने टाटा इंस्टीट्यूट को शहर और जिले में कड़े प्रतिबंध लगाने के परिणामों पर अध्ययन और रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट पेश की गई। यह बैठक प्रत्येक शुक्रवार को अजीत पवार की अध्यक्षता में आयोजित की जाती है, लेकिन इस बार अजीत पवार इस बैठक में उपस्थित नहीं थे।

टीकाकरण और कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक बार फिर से रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसलिए कमेटी 10 मार्च को फिर बैठक करेगी। बैठक में टाटा संस्थान द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर चर्चा होगी। इसके बाद 12 मार्च को अजीत पवार की अध्यक्षता में एक कोरोना समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। संभागीय आयुक्त सौरभ राव ने स्पष्ट किया है कि इस बैठक में तथ्यों की समीक्षा के बाद आगे प्रतिबंधों पर निर्णय लिया जाएगा।