Corona Vaccine: बड़ी खबर! छोटे बच्चों पर ‘कोवैक्सीन’ का परीक्षण, 2 से 18 वर्ष के 175 बच्चे होंगे शामिल

नागपुर: कोरोना के खतरे से बच्चों को दूर रखने के लिए भारत बायोटेक कंपनी के ‘कोवैक्सीन’ का बच्चों पर मानव परीक्षण किया जाएगा। जल्द ही यह परीक्षण नागपुर में शुरू होगा। 2 से 18 वर्ष के लगभग 175 बच्चों पर यह परीक्षण किया जाएगा। विशेष रूप से अभी शुरू वैक्सीनशन मुहीम में बड़ो को दी जाने वाली कोवैक्सीन इस परीक्षण में शामिल छोटे बच्चो को दी जाएगी, यह जानकारी बालरोग विशेषज्ञ डॉ. वसंत खलतकर ने दी।

अभी 18 वर्ष से अधिक के लोगो का वैक्सीनेशन हो रहा है। कोरोना वायरस के म्यूटेशन व कोरोना प्रतिबंधक नियमों का उचित तरीके से पालन न होने के कारण तीसरी लहर छोटे बच्चों के लिए खतरनाक होने का डर जताया जा रहा है। हाल ही में भारत बायोटेक कंपनी को छोटे बच्चों पर कोवैक्सीन के ट्रायल के लिए डीसीजीआई ने मंजूरी दी है। इसलिए एम्स पटना, फेलिक्स अस्पताल नोएडा, इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड निलोफर अस्पताल हैदराबाद व नागपुर में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. वसंत खलतकर को इस परीक्षण के लिए परमिशन दिया है। भारत में कुल 525 स्वस्थ बच्चे पर इसका परीक्षण किया जाएगा।

तीन एज ग्रुप में परीक्षण

डॉ खलतकर ने कहा कि कोवैक्सीन परीक्षण को 2 से 6, 7 से 12 और 13 से 18 इन तीन ग्रुप में विभाजित किया गया है। हर एज ग्रुप के लगभग 25 लड़के-लड़्कियो को इसमें शामिल किया गया है। इसमे पूरी तरह से स्वस्थ बच्चो का चुनाव समिति के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही रजिस्ट्रेशन की शुरुआत होगी। लेकिन अभी से ही माता-पिता से इस संदर्भ में पूछा जा रहा है।

ब्लड टेस्ट के बाद होगा चुनाव

छोटे बच्चों की आरटीपीसीआर टेस्ट की जाएगी। साथ ही एंटीबॉडी की भी जांच की जाएगी। दोनों रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही बच्चो का चुनाव किया जाएगा। पहला डोज 0.5 एमएल का दिया जाएगा। इसके 28 दिन के बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। इससे पहले ब्लड टेस्ट किया जाएगा। बच्चों पर नजर रखने के लिए एक टीम रहेगी। फोन के माध्यम से बच्चों या उनके माता-पिता से संपर्क में रहेंगे। एथिकल समिति की मंजूरी मिलने के बाद प्रत्यक्ष परीक्षण की शुरुआत होगी।